शिमला, 02 जुलाई : हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा (HPPSC) रविवार को आयोजित एचपीएएस परीक्षा में अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस बार परीक्षा का स्तर काफी बढ़ा दिया गया है। इसके साथ ही जो पाठ्यक्रम तय था उससे बाहर के सवाल पूछे गए। इस बारे में अभ्यर्थियों ने आयोग को मेल के माध्यम से शिकायत की है साथ ही ग्रेस मार्क्स दिए जाने की मांग की है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि यह पेपर उम्मीदवार की योग्यता की जांच करने के लिए था, लेकिन यह मुख्य रूप से गणित पर आधारित था। इसके साथ ही एप्टीट्यूड टेस्ट केवल 20 अंग्रेजी प्रश्नों के साथ मुख्य गणित पर अधिक केंद्रित था। गणित 12वीं स्तर का था, जबकि विज्ञापन में स्पष्ट उल्लेख है कि 10वीं स्तर का गणित पूछा जाएगा। इस क्वालीफाइंग पेपर 2 के कारण बहुत से योग्य उम्मीदवार मुख्य परीक्षा से वंचित रह जाएंगे।
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एप्टीट्यूड टेस्ट के मामले में यदि उम्मीदवार इन गलत प्रश्नों को हल करने में समय लगाते है तो इससे बहुत समय बर्बाद होता। इसमें मांग की गई है कि इस वर्ष पेपर 2 के कठिनाई स्तर की भरपाई के लिए सभी उम्मीदवारों को ग्रेस अंक दिए जाने चाहिए। ये ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर बहुत समय तक ध्यान नहीं दिया जाता और उम्मीदवारों को मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है।
गौर रहे कि प्रदेश के 119 केंद्रों में 57.5 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचे थे। इसमें पूरे प्रदेश में लोक सेवा आयोग की ओर से 119 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार 32372 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें से केवल 18706 अभ्यर्थी ही परीक्षा केंद्रों में पहुंचे थे।
उधर, आयोग की अतिरिक्त निदेशक सुषमा वत्स ने कहा कि फिलहाल कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत आएगी तो उसके बाद ही अगली कार्रवाई को लेकर निर्णय लिया जाएगा।