नाहन (एमबीएम न्यूज) : नगर परिषद के करीब एक करोड़ रुपए के टैंडर विवादों में आ गए हैं। दरअसल शुक्रवार को टैंडर खुलने थे। ठेकेदारों को अपने-अपने कार्यों के रखरखाव की जिम्मेदारी दो साल तय हुई थी, लेकिन ठेकेदारों की लॉबी ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। इसे 6 माह करने की मांग की गई। इसी के चलते नप प्रशासन ने इसे शनिवार तक टाल दिया।
बताया जा रहा है कि नप के इतिहास में पहली बार एक साथ 36 टैंडर निकले हैं, जिससे शहर में अलग-अलग विकास कार्य होने हैं। सवाल यह उठाया गया कि जब टैंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई थी तो इसे बगैर संशोधन के कैसे कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। दो साल के रखरखाव की जिम्मेदारी मिलने की सूरत में ठेकेदारों को संभवत: बेहतरीन गुणवत्ता का ध्यान रखना पड़ता।
सनद रहे कि जो मियाद तय होती है, उसमें कार्य के रखरखाव की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। नप के उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता ने कहा कि विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि टैंडर पर कल फैसला लिया जाएगा।
उधर कांग्रेस के पार्षद संजय गोयल ने कहा कि कार्यों को रुकवाने का कोई मकसद नहीं है, अपितु गुणवत्ता सर्वोच्च प्राथमिकता है। गोयल ने कहा कि अगर ठेकेदारों पर दो साल की शर्त लगाई जाती है तो बेहतरीन गुणवत्ता सामने आएगी।