नाहन (एमबीएम न्यूज) : शुक्रवार सुबह बाजार के बीचोंबीच टैंपो के ब्रेक डाऊन ने कुछ पुराने सवालों को ताजा कर दिया है। 90 के दशक तक बाजार में वाहन नहीं प्रवेश करते थे। लिहाजा बाजार की अपनी खुबसूरती थी क्योंकि यहां लोग मदमस्त होकर शापिंग कर सकते थे। लेकिन मौजूदा हालात में वाहन खासकर दोपहिया वाहन सरपट दौडते हैै। संकीर्ण बाजार की वजह से राहगीरों की परेशानी का अंदाजा कोई भी लगा सकता हैै।
सुबह टैंपो को तो ट्रैफिक पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। नगर परिषद ने बैरिकेट लगाकर वाहन रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन गलियों की बदौलत भी आसानी से दोपहिया वाहन बाजार में दौडते है। हालांकि दुकानदार भी इस बात पर सवाल उठाते है कि उनके घर व दुकानें बाजार में ही है लिहाजा दोपहिया वाहन कैसे लेकर आएंगें।
लेकिन इस बात का कोई भी अंदाजा लगाने के लिए तैयार नहीं है कि 90 के दशक तक भी बाजार वहीं था, दुकानें वहीं थी, घर वहंी थे। कुल मिलाकर ऐतिहासिक बाजार की गरिमा को बनाए रखने के लिए फार्मूला बनाया जाना जरूरी है। इसमें वाहनों के प्रवेश का समय तय होना चाहिए। साथ ही परमिट व्यवस्था को लागू किया जा सकता है।