नाहन, 27 जून : हिमाचल पुलिस की दक्षिणी रेंज के आईजी जेपी सिंह ने गुरुवार दोपहर एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। बहुचर्चित हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी के मामले में पूछे गए सवाल पर आईजी ने कहा कि यदि पुलिस कर्मी की किसी समस्या का निपटारा कोई खास स्तर का अधिकारी नहीं करता है, तो उसके ऊपर भी अधिकारी होते हैं। हरेक पुलिसकर्मी और अधिकारी को प्रक्रिया का पालन करना चाहिए, जो इस मामले में नहीं हुआ।
उन्होंने कहा कि हमारी एक अनुशासित फोर्स है। ऐसे में हर चीज के लिए पब्लिक और मीडिया में जाना उचित नहीं है। पूछे जाने पर उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल संबंधित हेड कांस्टेबल मेडिकल पर है और उसकी पोस्टिंग कालाअंब पुलिस थाना में ही है। मामले की जांच शिमला मुख्यालय से गठित एसआईटी द्वारा की जा रही है।
उधर, हाल ही में उत्तर प्रदेश के जलालाबाद से कथित पशु की कुर्बानी की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के मामले के बाद उपजे विवाद को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि आज सोशल मीडिया का जमाना है, जिसकी बड़ी पहुंच है। मिनटों और सेकंडों में हजारों-करोड़ों लोगों तक चीजें पहुंच सकती हैं। ऐसे में गलत सूचना को फैलाना काफी खतरनाक हो सकता है। इस दिशा में सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को बहुत ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें लगता है कि यह केस भी कुछ इसी तरह का है।
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उन्होंने कहा कि वे बतौर एसपी सिरमौर में सेवाएं दे चुके हैं और नाहन शहर को बखूबी जानते हैं। यहां के लोग शांतिप्रिय हैं। एक सांप्रदायिक सौहार्द जो यहां देखने को मिलता है, वह शायद पूरे देश में कहीं भी देखने को नहीं मिलता। लिहाजा वे कह सकते हैं कि सांप्रदायिक सौहार्द को लेकर नाहन शहर देश भर में रोल मॉडल है, क्योंकि यहां का इतिहास भी रहा है कि शहर में हर प्रकार के लोग रहते हैं और उनमें सांप्रदायिक प्रेम हमेशा से देखने को मिलता है।
आईजी ने लोगों से यह भी आह्वान किया कि सोशल मीडिया एक बहुत बड़ा शक्तिशाली उपकरण है और इसका दुरुपयोग बिल्कुल नहीं होना चाहिए, क्योंकि आज हम आईटी के युग में हैं और किसी भी तरह की अफवाह एक बड़ी घटना को अंजाम दे सकती हैं। इस मौके पर एसपी रमन कुमार मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा, डीएसपी. पांवटा साहिब अदिति सिंह, डीएसपी ( हेडक्वार्टर) रमाकांत ठाकुर भी मौजूद रहे।