कुल्लू (एमबीएम न्यूज): सेव मनाली मुहिम के तहत एनिमल वैलफेयर लीग ऑफ हिमाचल ने टैग लगे आवारा पशु मालिकों के खिलाफ सख्ती बरतने की ठान ली है। मुहिम के तीसरे चरण के तहत कुल्लू ढालपुर से भुंतर तक 70 पशुओं को नाईट रिफ्लेक्टर लगाए गए। साथ ही वेटर्नरी पॉलीक्लीनिक मोहल की मदद से घायल पशुओं का इलाज किया गया।
संस्था के प्रधान गौरव शर्मा ने कहा कि चौथे चरण में संस्था भुंतर से झिड़ी तक एवं परला भुंतर, जिया पुल, तलोगी से होते हुए कुल्लू बस अड्डा तक रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि संस्था को रिफ्लेक्टर लगते समय कई ऐसे पशु भी मिल रहे हैं, जिनको टैग लगे हैं। इससे उनके मालिकों का पता चल सकता है, जल्द संस्था ऐसे पशुओं की सूची बनाकर प्राथमिकी दर्ज करवाएगी। संस्था का यह भी प्रयास रहेगा कि ऐसे लोग जो पशुओं को अपना काम निकलने के बाद सडकों पर मरने के लिए छोड़ देते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
गौरतलब है कि संस्था पहले भी एक घायल पशु मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा कर चुकी है, जिसमें पशु मालिक को 3500 जुर्माना हो चुका है। ऐसा ही एक घायल बैल फोरेस्ट कॉलोनी शमशी में पाया गया, जो पिछले सात दिनों से वहां पर पड़ा हुआ था जिसके जबड़े में बुरी तरह से कीड़े पड़े हुए थे एवं इस बैल के कान में टैग लगा है, जिसका इलाज वेटर्नरी पॉलीक्लीनिक मोहल की मदद से किया जा रहा है।
संस्था ने पशुपालकों से अपील की है पशुओं को सडक़ पर न छोड़े। हिमाचल जैसे राज्य में गोवंशीय पशुओं का सडक़ पर लावारिसों की तरह घूमना देव संस्कृति पर कलंक है। उन्होंने पशुपालन विभाग से भी निवेदन किया पशुओं का इलाज करते समय उनका टैग नंबर भी जांच ले अगर पशुपालक ने अपने पशुओं को टैग या माइक्रोचिप नहीं लगाया है तो उसे लगाने के लिए प्ररित करें।
इस पूरी मुहीम में संस्था के सदस्य चन्द्र पाल, बीनू, बिट्टू, ईशान, एवं पशुओं के इलाज के लिए पशुपालन विभाग के भरत शर्मा उपस्थित रहे। गौरव शर्मा ने पशुपालन विभाग उपनिदेशक का मदद के लिए धन्यवाद किया