नाहन, 22 मई : हिमाचल प्रदेश का ऐतिहासिक शहर ‘नाहन’ लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में गर्जन व दहाड़ का साक्षी बनने जा रहा है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 मई को नाहन के चौगान मैदान में गरजेंगे, वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी का 26 मई का कार्यक्रम तय तो हो चुका है, लेकिन रैली स्थल को लेकर संशय बना हुआ है।
रोचक बात ये है कि राज्य का एक छोटा सा शहर देश के दो दिग्गजों की मौजूदगी का गवाह बनने जा रहा है। ऐसा देश में इत्तफाकन ही होता होगा, जब दुनिया के ताकतवर प्रधानमंत्री के संबोधन के 48 घंटे के भीतर ही विपक्ष के दिग्गज नेता के तौर पर राहुल गांधी का संबोधन तय हुआ हो।
दरअसल, प्रधानमंत्री की रैली को लेकर जलरोधक भव्य टैंट की व्यवस्था हुई है इसे स्थापित करने में 3 दिन का वक्त लगा है। दिक्कत ये है कि टैंट को उतारने में भी एक से दो दिन का वक्त लग सकता है। ऐसे में कांग्रेस को पंडाल की व्यवस्था करने में दिक्कत हो सकती है। यही बड़ी वजह है कि कांग्रेस रैलीस्थल को लेकर संशय में है। लेकिन ये साफ कर दिया गया है कि राहुल गांधी 26 को नाहन ही आएंगे।
चौगान के अलावा चंबा ग्राउंड दूसरा विकल्प है। चर्चा के मुताबिक कांग्रेस चाह रही थी कि प्रधानमंत्री के लिए लगाए जा रहे टैंट का ही इस्तेमाल राहुल गांधी की रैली के लिए भी हो जाए। हालांकि, ठेकेदार से बातचीत चल रही है, लेकिन बात बनने की संभावना पर सस्पेंस है। लिहाजा, कांग्रेस द्वारा दूसरे विकल्प पर ही विचार किया जा रहा है। 25 मई को कांग्रेस ने पत्रकार वार्ता बुलाई है। संभवतः इस दौरान पत्ते खोले जा सकते हैं।
बताया जा रहा है कि वीरवार को सूबे के उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान द्वारा राहुल गांधी की रैली के आयोजन की कमान संभाल ली जाएगी।
जानकारी ये भी है कि कांग्रेस पहले से ही प्रियंका या राहुल की रैली की योजना बना रही थी, लेकिन भाजपा ने अचानक ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का कार्यक्रम जारी कर दिया। ये देखना भी रोचक होगा कि कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी की रैली को लेकर क्या रणनीति अपनाई जाती है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में विधायक अजय सोलंकी ने कहा कि 26 मई को राहुल गांधी की जनसभा का कार्यक्रम तय है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने माना कि रैली स्थल तय नहीं है, लेकिन ये स्पष्ट तौर पर कहा कि रैली नाहन में ही होगी। विधायक ने कहा कि विधानसभा के मतदाता राहुल गांधी को सुनने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी की दादी स्व. इन्दिरा गांधी बतौर प्रधानमंत्री एक मर्तबा 4 अगस्त 1984 को नाहन आ चुकी है। इसके अलावा बताते हैं कि 1977 का चुनाव हारने के बाद भी वो एक बार नाहन आई थी। राहुल गांधी के पिता दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने ददाहू में गिरी नदी के किनारे जनसभा को संबोधित किया था।