शिमला 21 मार्च : राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जुन्गा और जनेडघाट में 10 से 19 वर्ष की आयु वर्ग के स्कूली बच्चों के लिए दो दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग जुन्गा के स्वास्थ्य परामर्शदाता प्रवीण शर्मा के अलावा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता वंदना कपूर और कमलेश ने बच्चों को एनीमिया, कुपोषण, मानसिक स्वास्थ्य, लैंगिग भेदभाव, मासिक धर्म और शूगर व रक्तचाप बारे जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य परामर्शदाता प्रवीण शर्मा ने बताया कि इस दो दिवसीय शिविर में जुन्गा स्कूल में पांच स्कूलों पेंदली, शाठली, भड़ेच, पुराना जुन्गा और जुन्गा स्कूल के 40 बच्चों और जनेडघाट में छः स्कूलों पीरन, डुब्लु, लखोठी, डेरा दवाही और ट्राई स्कूल के 45 बच्चों को पीयर एजुकेटर के रूप में प्रशिक्षित किया गया। जिसमें छठी से 12वीं कक्षा तक की प्रत्येक क्लास से दो बच्चों को शामिल किया गया।
उन्होंने बताया कि पीयर एजुकेटर बच्चे अपनी क्लास में अन्य बच्चों के स्वास्थ्य संबधी समस्याओं बारे अध्यापक को जानकारी देंगे। उन्होने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बच्चे डिप्रेशन का शिकार का सर्वाधिक शिकार हो रहे हैं। इन बच्चों मानसिक स्वास्थ्य बारे भी विस्तार से जानकारी दी गई।
वंदना कपूर और कमलेश ने जनेडघाट में छात्राओं को मासिक धर्म के दौरान आवश्यक स्वच्छता बनाए रखने बारे जानकारी दी गई । इसके अतिरिक्त संतुलित आहार में मोटा अनाज को शामिल करने बारे, एनीमिया, शूगर और रक्तचाप के लक्षण इत्यादि रोग बारे प्रकाश डाला।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जनेडघाट के प्रधानाचार्य डाॅ. सोहन रांटा ने स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के जागरूकता शिक्षण संस्थानों में लगाए जाएं ताकि बच्चों को स्वास्थ्य संबधी बारे ज्ञानवर्धन हो सके ।