शिमला, 11 मार्च : एकीकृत बाल विकास परियोजना मशोबरा के सौजन्य से सोमवार को जुन्गा में बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं और पोषण पखवाड़ा विषय पर एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जुन्गा पंचायत के प्रधान बंसी लाल कश्यप ने की। इस मौके उन्होंने पोषण शपथ भी दिलाई गई।
बाल विकास परियोजना अधिकारी मशोबरा रूपा रानी ने अपने संबोधन में समाज में बेटी के महत्व बारे जानकारी देते हुए कहा कि बेटियां घर की शान होती है जो दो कुलों को रोशन करती है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वह बेटा-बेटी में अंतर पैदा न करें, बल्कि दोनों का पालन-पोषण और शिक्षा समान रूप से करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बेटियां हर क्षेत्र में पुरूषों से आगे बढ़ रही है।
सीडीपीओ (CDPO) ने बताया कि इस वर्ष 9 मार्च से 23 मार्च तक पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। जिसमें पारंपरिक और स्थानीय आहार के बारे महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने मोटे आनाज के सेवन बारे भी महिलाओं को विस्तार से जानकारी दी। गर्भवती महिलाओं व शिशु तथा छोटे बच्चों को दूध पिलाने व इष्टम आहार प्रथाओं को बढ़ावा देना इस वर्ष का थीम रखा गया है।
सिविल अस्पताल जुन्गा के चिकित्सा प्रभारी डाॅ. मनोज वर्मा ने महिलाओं को पीएनडीटी एक्ट (PNDT Act) बारे विस्तार से जानकारी दी। केंद्र प्रबंधक मशोबरा भावना ने वन स्टाॅप सेंटर तथा पुलिस विभाग के प्रतिनिधि द्वारा पोक्सो एक्ट,181 महिला हेल्पलाइन तथा महिला घरेलू हिंसा इत्यादि बारे जानकारी दी गई। इससे पहले वृत्त पर्यवेक्षक जुन्गा रोहित बिंद्रा और पर्यवेक्षक सांगटी कल्पना वर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और विभाग द्वारा महिलाओं और बच्चों के कल्याण के लिए कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं बारे जानकारी दी गई।
इस एक दिवसीय जागरूकता शिविर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करज, स्वयं सहायता समूह, महिला मंडल और स्थानीय महिलाओं ने भाग लिया।