शिमला, 28 फरवरी : कांग्रेस के छह विधायकों के क्रॉस वोटिंग (Cross Voting)और तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन से हिमाचल की एक राज्यसभा सीट भाजपा के खाते में चली गई है। ये विधायक हरियाणा के पंचकूला में डेरा डाले हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के राकेश जमवाल और बिक्रम ठाकुर कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायकों के साथ मौजूद हैं। खास बात यह है कि केंद्र सरकार ने इन सभी 11 विधायकों को वाई श्रेणी (Y Category) का सुरक्षा कवर प्रदान किया है।
सूत्रों से पता चला है कि कांग्रेस के बागी विधायकों ने प्रदेश में नेतृत्व बदलने की मांग कर डाली है। इससे मुख्यमंत्री सुक्खू की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधानसभा के बजट सत्र की दो आखिरी बैठकों में सत्तापक्ष और विपक्ष के अगले रुख पर सबकी नजरें रहेंगी। नेता प्रतिपक्ष बुधवार को राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं। वह राज्यपाल को अवगत कराएंगे कि राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की मौजूदा सरकार ने बहुमत खो दिया है। विपक्ष सत्र के दौरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सदन में लाने की भी तैयारी में है। साथ में बजट पारण के दौरान भी सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती है, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री इस बात से पूरी तरह आश्वत हैं कि बजट के पारण के समय सत्तापक्ष को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसके पीछे का गणित यह है कि कांग्रेस के व्हीप (whip) जारी करने के बावजूद भी यदि छह विधायक अविश्वास प्रस्ताव या बजट पारण के दौरान नदारद रहते हैं या व्हीप का उल्लंघन करते हैं, तो उनकी सदस्यता जा सकती है। ऐसे में भी आंकड़े सुक्खू सरकार के पक्ष में रहेंगे। दरअसल छह विधायकों की सदस्यता जाने पर विधानसभा में कुल 62 विधायकों में से कांग्रेस के पास 34 विधायक रहेंगे, जबकि 62 सदस्यीय विस में बहुमत का आंकड़ा 32 है।