संगड़ाह, 24 फरवरी : सिरमौर व शिमला जिले की करीब 12 हजार फीट ऊंची चोटी व प्रदेश के प्रसिद्ध आराध्य देव शिरगुल महाराज की तपोस्थली चूड़धार में जहां शनिवार दोपहर बाद बर्फबारी शुरू हुई। वहीं नौहराधार, हरिपुरधार में भी बर्फबारी का दौर शुरू हुआ। खबर लिखें जाने तक चूड़धार में करीब आधा फीट ताजा हिमपात हुआ है, जबकि नौहराधार में दो इंच बर्फ़बारी दर्ज की गई।
बता दें कि बर्फ से नौहराधार समेत साथ लगती पहाड़ियां चांदी की परत से सज गई। नौहराधार में इस सीजन का यह तीसरा हिमपात है। बता दें कि नौहराधार, चूड़धार की चोटी में शनिवार सुबह की शुरुआत धूप खिलने से हुई मगर दोपहर बाद अचानक बादलों ने डेरा जमाया व एकाएक बर्फ गिरनी शुरू हुई। वहीं, कई स्थानों पर हल्की ओलावृष्टि भी हुई। चूड़धार में बर्फबारी के चलते अधिक मध्यम ऊंचाइयों वाले स्थानों पर तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई तो वहीं कड़ाके की सर्दी के साथ लगते क्षेत्र नौहराधार, हरिपुरधार आदि स्थानों में शीतलहर से ठिठुरन बढ़ गई है।
नौहराधार हरिपुरधार व जिला की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में बर्फ गिरने के चलते चूड़धार का तापमान माइनस तीन डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है जबकि अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, नौहराधार, हरिपुरधार का न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि इस वर्ष मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में न के बराबर बर्फबारी हुई है। जबकि इस समय नौहराधार, हरिपुरधार की पहाड़ियां बर्फ से लकदक रहती थी। बुद्धिजीवियों के अनुसार ऐसा मौसम कई दशकों बाद देखने को मिल रहा है। बुजुर्गों का कहना हैं कि चूड़धार में इस समय 12 से 20 फीट तक बर्फ जमी रहती थी मगर इस बार चूूड़धार में भी ताज़ा व पिछली जमी बर्फ मात्र दो से तीन फीट जमी हैं।
चूड़धार में पुजारी संदीप शास्त्री ने बताया कि मुझे चूड़धार में 25 वर्ष हो चुके हैं। ऐसा 25 वर्षों में पहली बार देखने को मिल रहा हैं कि फरवरी माह में भी दो से तीन फीट तक बर्फ जमी पड़ी है।