सुंदरनगर,19 फरवरी : अनशन तिरंगा यात्रा का सुंदरनगर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। यह यात्रा हिमाचल प्रदेश में सवर्ण वर्ग को अधिकार दिलाने के लिए क्षत्रिय महासंघ द्वारा कुल्लू से 14 फरवरी को आरंभ हुई। अनशन तिरंगा यात्रा की अगुवाई कर रहे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र राजपूत ने बताया आजादी के 76 साल बाद भी सवर्ण समाज अपने अधिकारों से वंचित है। सवर्ण समाज और किसानों को न्याय दिलाने के लिए यह तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। उन्होंने कहा कि अनशन तिरंगा यात्रा 22 फरवरी को शिमला पहुंचेगी, जहां विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि सवर्ण जाति के बच्चों को उनके अधिकारों से लगातार वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अनशन तिरंगा यात्रा के माध्यम से सरकार से मांग की जा रही है कि वह हिमाचल प्रदेश में सवर्ण आयोग का गठन करें। आयुर्वेदिक खेती जैसे भांग, अफीम आदि की खेती करने की स्वीकृति बिना किसी भेदभाव के हिमाचल प्रदेश के प्रत्येक किसान को दी जाए। आर्थिक रूप से पिछड़े (ईडब्लूएस) सवर्ण समाज को केंद्र सरकार के आदेश की तर्ज रक बिना किसी छेड़छाड़ कर लागू किया जाए या हिमाचल के सभी सवर्ण परिवारों को ओबीसी में शामिल किया जाए।
उन्होंने सवर्ण समाज का आह्वान किया है कि वह 76 साल से राजनीतिक पार्टियों के झंडे उठा ही रहे है, लेकिन अब वह अपने और बच्चों के अधिकारों के लिए तिरंगा हाथ में लेकर यात्रा का समर्थन करेंगे।