संगडाह, 15 फरवरी : लंबे समय से मांगे पूरी न होने व मानदेय का तय अवधि में भुगतान न होने के करण सिरमौर के मिड- डे मील वर्कर्स ने 16 फरवरी को हड़ताल का एलान किया है। जिला सिरमौर मिड डे मील वर्कर यूनियन अध्यक्ष राजपाल शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आदेशानुसार बैठक में फैसला लिया गया कि 16 फरवरी को पूर्ण रूप से सभी वर्कर हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान स्कूलों में खाना नहीं बनेगा। शिक्षा निदेशक को समय रहते सूचित कर दिया गया है।
मिड-डे मील वर्करों का कहना है कि उन्हें हर महीने मानदेय 1 से 7 तारीख के बीच दिया जाए। गौरतलब है कि कभी-कभी 6 महीने बाद वेतन मिलता है। महंगाई के दौर में मात्र चार हजार रुपये में गुजारा करना मिड-डे मील वर्करों के लिए मुश्किल हो गया है। अभी तक 20 वर्षों से स्कूलों में खाना बनता आ रहा है। उन्होंने मांग की है कि उसी क्रम में यह व्यवस्था आगे भी जारी रहे। उन्होंने कहा कि साल में पूरे 12 महीने का वेतन मिलना चाहिए। महीने में एक छुट्टी के साथ साल में 12 छुट्टियां मिलनी चाहिए सभी को न्यूनतम वेतन मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को रक्षाबंधन व भाई दूज की भी छुट्टियां मिलनी चाहिए। श्रम सम्मेलन की सिफारिश के अनुसार मिड-डे मील वर्करों को नियमित किया जाए। 31 अक्तूबर 2019 के हाईकोर्ट के फैसले के अनुसार उन्हें 12 महीने का वेतन मिलना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि छंटनी पर रोक लगाई जाए। अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो उन्हें एक लंबे आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को नाहन में जिला स्तरीय प्रदर्शन किया जाएगा।