शिमला, 14 जनवरी : राज्य के सरकारी स्कूलों में उच्च शिक्षा विभाग की ओर से बार-बार रिमाइंडर भेजने के बावजूद स्कूली बच्चों ने स्कॉलरशिप के लिए अभी तक अपने आधार को बैंक से लिंक और सीडिंग नहीं किया है। इस कारण दिक्कत यह आ रही है कि पूरे प्रदेश में करीब 8 हजार बच्चे ऐसे हैं जिन्हें स्कॉलरशिप न मिलने की दिक्कत आ सकती है।
दरअसल केंद्र सरकार की प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के लिए आधार कार्ड को बैंक के साथ लिंक करना जरूरी है। इसके साथ ही अब यह जरूरी किया गया है कि न केवल लिंक बल्कि सीडिंग का प्रोसेस भी बच्चों के लिए अनिवार्य है। जिसमें जिन बच्चों को स्कॉलरशिप मिलनी है केंद्र की ओर से उनकी मैपिंग भी की जाती है। लेकिन दिक्कत यह आ रही है कि स्कूली बच्चे बैंक में जाकर अकाउंट के साथ केवल अपना आधार कार्ड लिंक करवा रहे हैं और सीडिंग का प्रोसेस अभी भी पेंडिंग है। जिस वजह से उन्हें समय पर स्कॉलरशिप नहीं मिल रही है। प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग में एक बार फिर स्कूली बच्चों को रिमाइंडर भेजा है कि जल्द से जल्द सभी बच्चे 16 फरवरी तक यह अपडेट पूरी करें। ताकि उनके खाते में स्कॉलरशिप समय पर आ सके।
गौर है कि हर साल केंद्र की ओर से प्री मैट्रिक और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप बच्चों को दी जाती है। पूरे हिमाचल में करीब 70 हजार बच्चे इस योजना के तहत आते हैं। लेकिन हर साल यही दिक्कत सामने आती है कि आधार और ऑथेंटिकेशन ना होने की वजह से काफी सारे बच्चे स्कॉलरशिप योजना से चूक जाते हैं। ऐसे में अब 16 फरवरी तक का समय सभी बच्चों को दिया गया है। करीब 8 हजार बच्चे अभी भी ऐसे हैं जिन्होंने आधार कार्ड को बैंक से केवल लिंक किया है और सीडिंग का प्रोसेस पूरा नहीं किया है। ऐसे में ये बच्चे स्कॉलरशिप से चूक जाएंगे। इन्हें 16 फरवरी तक का समय दिया गया है।