नाहन, 11 जनवरी : शहर की एक विवाहित महिला ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सिरमौर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं। दुष्कर्म पीड़ित महिला ने वीरवार को सिरमौर प्रेस क्लब में मीडिया के सामने अपनी आपबीती बयां की। पीड़िता ने वीडियो वायरल करने वाले आरोपियों व परिजनों को केस वापस न लेने की एवज में लगातार धमकियां देने के भी आरोप लगाए हैं।
पत्रकारों से बातचीत में पीड़िता ने आरोप लगाया कि दो वर्ष पूर्व 2021 में उसे एक व्यक्ति का फोन आया कि उसके बेटे की किसी लड़की के साथ फोटोज उनके पास है और वह उससे अकेले मिलने नहीं आई, तो वह उसके बेटे की फोटोज वायरल करने के साथ पुलिस में शिकायत दर्ज करवा देगा।
इसके साथ ही ये बात पति को न बताने की भी धमकी दी। बेटे के भविष्य के मद्देनजर वह फोन पर बताई गई जगह पर उक्त व्यक्ति से मिलने पहुंची। जान से मारने की धमकी देकर आरोपी उसे बाथरूम में ले गया, जहां उसने जबरन उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके साथ ही उसका अश्लील वीडियो भी बनाया।
बाद में आरोपी ने उससे कहा कि उसके पास उसके लड़के की कोई भी आपत्तिजनक फोटो नहीं है। यदि इस बारे किसी को कुछ बताया, तो उसे व उसके परिवार को जान से मार देगा।
पीड़िता ने लोक लाज व जान से मारने की धमकी के चलते ये बात किसी को नहीं बताई। इसी का फायदा उठाकर आरोपी उसका शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न करता रहा। पीड़िता ने ये भी बताया कि आरोपी उसे लगातार ब्लैकमेल करता रहा। उसने कई बार लोन लेकर आरोपी को 70-80 हजार रुपए भी दिए। बावजूद इसके आरोपी बाज नहीं आया।
इतना ही नहीं उसने पीड़िता के वीडियो अन्य 2 व्यक्तियों को भी भेज दी। इसके बाद धमकी आरोपी समेत दोनों व्यक्तियों ने भी उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि गत वर्ष 14-15 अक्तूबर को मुख्य आरोपी ने उसे फोन पर बताया कि उसका यह वीडियो एक अन्य व्यक्ति के पास भी है और उससे मिलने को कहा। इस बार पीड़िता ने आरोपी को साफ-साफ मिलने से इंकार कर दिया। इसके बाद उसने अपनी आपबीती अपने पति को बताई।
पीड़िता ने मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली को भी कटघरे में खड़ा किया है। पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने उनसे वीडियो उपलब्ध करवाने की मांग की, जबकि ये काम स्वयं पुलिस की कार्रवाई का हिस्सा था। जैसे तैसे पुलिस को वीडियो भी उपलब्ध करवा दिया गया, बावजूद इसके कुछ नहीं बना।
इसके बाद एसपी सिरमौर के पास न्याय की गुहार लगाई, तब कहीं जाकर महिला महिला थाना में शिकायत दर्ज हुई। उधर पीड़िता के पति ने पत्रकारों को बताया कि समय रहते पुलिस कार्रवाई न होने के चलते आरोपी जमानत के लिए न्यायालय पहुंच गए। यहां मुख्य आरोपी सहित 3 की जमानत याचिका यहां से खारिज हो गई।
इसके बाद आरोपियों ने शिमला से जमानत मिल गई। पीड़िता व परिवार ने आरोपियों पर उसे व उसके परिवार को लगातार धमकियां दी जा रही हैं। पीड़िता ने इस मामले में न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाए जाने की मांग की है।