शिमला (एमबीएम न्यूज) : चंडीगढ़ मार्केटिंग बोर्ड ने हिमाचल से आने वाले सेब उत्पादकों तथा सब्जी लाने वाले किसानों के लिए वहां उपलब्ध हो रही आधारभूत सुविधाओं को पिछले सालों के मुकाबले और अपग्रेड कर दिया है।
चंडीगढ़ मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन रामवीर भटटी ने एक पत्रकार सम्मेलन में बताया कि चंडीगढ़ सब्जी मण्डी में आने वाले हिमाचली उत्पादकों को उनकी गाड़ियों तथा ट्रकों के लिए पार्किंग सुविधा उपलब्ध होगी तथा वहां उनके लिए पीने के पानी तथा अन्य सुविधाओं का उचित प्रबंध कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ मण्डी में सेब उत्पादकों की फसल की नीलामी चोरी-छिपे नहीं होगी और सेब की पेटियों की बोली में पारदर्शिता होगी, जिसकी पूरी तरह उत्पादकों को जानकारी रहेगी। भटटी ने कहा कि हिमाचल के उत्पादकों को केवल दो प्रतिशत बिक्री मूल्य की मोर्केटिंग फीस देनी होगी।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ आते समय न तो हिमाचल के किसानों और सेब उत्पादकों को किसी भी प्रकार की परेशानी होगी और न ही उन्हें रास्ते में हरियाणा पुलिस की ओर से किसी प्रकार की परेशानी का सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से तथा चंडीगढ़ पुलिस की ओर से भी उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा।
भटटी ने कहा कि पिछले साल चंडीगढ़ मण्डी में लगभग हिमाचल की 20 लाख सेब पेटियों की नीलामी हुई थी, जो वर्ष 2014 के मुकाबले में कहीं ज्यादा है और 2.17 करोड़ की आय हुई थी। इस साल और भी अधिक सेब की पेटियां आने की संभावना है।यद्यपि पिछले साल के मुकाबले हिमाचल में सेब का उत्पादन कम हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तरह चंडीगढ़ प्रशासन ने ट्रक आॅपरेटर को करों में छूट देने की घोषणा की है।
भटटी ने कहा कि यद्यपि इस साल सेब की पेटियों की आमद चंडीगढ़ मण्डी में कम है, लेकिन शुरूआती दाम काफी उत्साहजनक हैं और एक पेटी की कीमत तीन हजार तक मिल रही है।