नाहन, 08 दिसंबर : उत्तर भारत के सबसे प्राचीन श्री जगन्नाथ मंदिर के पहले प्रवेश द्वार का शुक्रवार को नाहन दिल्ली गेट के समीप विधिवत शिलान्यास किया गया। प्रवेश द्वार का शिलान्यास श्री जगन्नाथ रथ यात्रा मंडल के अध्यक्ष प्रकाश बंसल, कालिस्तान मंदिर के पुजारी महंत किशोरी नाथ, श्री जगन्नाथ मंदिर के पुजारी आचार्य रामदत्त के साथ अन्य सदस्यों ने मिलकर किया।
श्री जगन्नाथ रथ यात्रा मंडल के अध्यक्ष प्रकाश बंसल ने बताया कि इस प्रवेश द्वार को बनाने के लिए 4 वर्ष पहले लिया हुआ संकल्प आज शिलान्यास के साथ पूरा हुआ है। इस प्रवेश द्वार का निर्माण कार्य फरवरी माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।
साथ ही नाहन शहर के आसपास श्री जगन्नाथ जी के पांच प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। जिसमें पहला प्रवेश द्वार दिल्ली गेट, दूसरा प्रवेश द्वार रघुनाथ मंदिर, तीसरा प्रवेश द्वार दोसडका, चौथा प्रवेश द्वार बनाेग बेरोजगार फैक्ट्री और पांचवा प्रवेश द्वार हरियाणा और हिमाचल की सीमा के प्रवेश द्वार कालाअंब में बनेगा। इन पांच प्रवेश द्वारों पर करीब 3 करोड़ रुपए की राशि खर्च आएगी। जोकि भक्तों के द्वारा दी जाएगी।
नाहन के दिल्ली गेट पर बनने वाले प्रवेश द्वार के लिए श्रद्धालुओं ने दान देना भी शुरू कर दिया है। दिल्ली गेट से लेकर श्री जगन्नाथ मंदिर तक लाल पत्थर भी लगाया जाएगा। उसके बाद उपस्थित सभी श्रद्धालुओं के लिए रथ यात्रा मंडल के सदस्यों द्वारा प्रसाद भी वितरित किया गया। इस अवसर पर मंडल समिति के उपाध्यक्ष पीयूष गर्ग, महासचिव भुवन जोशी, कोषाध्यक्ष योगेश जैन, पार्षद मधु अत्री, सतीश गर्ग व दीपक अग्रवाल सहित सैकड़ो भगत उपस्थित रहे।