शिमला, 07 दिसंबर : उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल में हाल ही में आयोजित पैराग्लाईडिंग (paragliding) के ऑल इंडिया ऐक्रो फेस्टिवल-23 (All India Acro Festival-23) में जुन्गा के निखिल ने तीसरा स्थान प्राप्त करके प्रदेश व अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है।
आयोजकों द्वारा निखिल को पुरस्कार के रूप में एक लाख रुपये का नकद इनाम और ट्राॅफी से सम्मानित किया गया है। बता दें कि पैराग्लाइडिंग के शौक ने निखिल को 21 वर्ष छोटी उम्र में हीरो बना दिया है। निखिल ने बताया कि उतरांखड में आयोजित एक्रों फेस्टिवल-23 में दो प्रकार की प्रतियोगिताएं रखी गई थी। जिसमें एक्रों और सिव प्रतिस्पर्धा रखी गई थी। सिव एक बहुत कठिन प्रतियोगिता है, जिसमें हवा में कई टास्क दिए जाते है जिसे पूरा करने के लिए कौशल की आवश्यकता होती है। इस प्रतियोगिता का मूल्यांकन टर्की से आए अंतर्राष्ट्रीय पायलट द्वारा किया गया।
गौर रहे कि इन दिनों निखिल कुल्लू के मनाली डोबी में पैराग्लाइडिंग में टेंडम फ्लाइट से पर्यटकों को आसमान की सैर करवा रहे हैं। जिसके एवज में उन्हें 800 रुपये प्रति फ्लाइट के रूप में आय हो रही है। निखिल मूलतः राजधानी से सटे जुन्गा के रहने वाले हैं। इनके पिता शैलेंद्र ठाकुर हिमाचल होम गार्ड में सेवारत है जबकि माता अंजु ठाकुर गृहिणी है।
निखिल ने अपनी 12वीं तक की शिक्षा जुन्गा में ही ग्रहण की है और अब बीए प्राइवेट कर रहे हैं। इन्होने बताया कि आसमान में परिंदों की भांति स्वछंद विचरण उनका बचपन से शौक था। जिसे पूरा करने के लिए निखिल ने वर्ष 2019 में एंटी ग्रेवटी ऐडेवेंचर संस्थान बीड़ बिलिंग कांगड़ा में एक मास का बेसिक कोर्स प्रशांत ठाकुर के नेतृत्व में पूरा किया। उसके उपरांत निखिल ने पैरा ग्लाईंडिग को अपने केरियर के रूप में चुना।
बीते दिनों जुन्गा में संपन्न हुए फ्लाइंग फेस्टिवल में भी निखिल ने पैराग्लाइडिंग प्रतिस्पर्धा में भाग लिया था। जिसमें उनका 50 में से 19वां रैंक मिला था। निखिल ने बताया कि उन्होंने पैराग्लाइडिंग में एडवांस कोर्स भी कर लिया है तथा भविष्य में पैराग्लाइडिंग के साथ साथ पढाई का कार्य भी जारी रखेंगे। निखिल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता एवं गुरुजनों को दिया है ।