बिलासपुर, 10 अगस्त : जनपद के विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में श्रावण मेला 17 अगस्त से शुरू होने जा रहा है। जहां श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा लगभग 80 लंगर लगाए जाएंगे। आनंदपुर साहिब से हिमाचल सीमा में प्रवेश करते ही श्रद्धालुओं को खान-पान पर एक भी पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं है। श्रद्धालुओं के लिए समाज सेवी संस्थाएं सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, सांय शाम की चाय और रात्रि भोजन की व्यवस्था करेगी, जिसमें श्रद्धालुओं को विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जाएंगे।
श्रद्धालुओं को श्रावण मेले के दौरान 4 से 5 घंटे का समय लाइनों में लगता है। उस समय लाइनों में भी यह समाज सेवी संस्था के लोग श्रद्धालुओं के लिए खान-पान की व्यवस्था करते हैं। पंजाब लंगर कमेटी के प्रधान डॉक्टर सतपाल अग्रवाल की अगुवाई में वीरवार को संस्था के पदाधिकारी ने माता श्री नैना देवी के दर्शन किए और माता का शुभ आशीर्वाद प्राप्त किया। लंगर कमेटी द्वारा जहां-जहां लंगर लगाए जा रहे हैं, उन जगहों का निरीक्षण भी किया गया।
प्रधान डॉक्टर सतपाल अग्रवाल ने बातचीत में बताया कि यह परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। श्रावण महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए पहुंचेंगे, जिसमें ज्यादातर ग्रामीण श्रद्धालु माता के दर्शनों के लिए आते हैं। उन श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु समाजसेवी संस्थाओं के द्वारा लगभग 80 लंगरों की व्यवस्था की जा रही है जिसकी विधिवत रूप से अनुमति प्रशासन के द्वारा प्रदान की गई है। प्रशासन की हिदायतों को मानते हुए लगरों में स्वच्छ भोजन श्रद्धालुओं को परोसा जाएगा, जिसमें स्वच्छता का साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
दुर्गा सेवा दल के प्रधान मुरारी लाल मितल ने बताया कि माता के दरबार में जो लंगर चलेंगे उनमें सुबह का नाश्ता, दोपहर का भोजन, रात्रि भोजन की व्यवस्था होगी इसके अलावा चाय पकौड़े, गरम जलेबी, मक्की की रोटी, सरसों का साग और हर तरह के फ्रूट चाट श्रद्धालुओं को मुहैया कराई जाएगी। जो भी श्रद्धालु माता के दर्शन के लिए पहुंचेंगे उनके आओ भक्त में किसी प्रकार की कमी नहीं रखी जाएगी।