राजगढ़, 3 अगस्त : राजगढ़ शहर के वार्ड नंबर एक में गठित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने स्कूली छात्राओं की वर्दियों को सिलने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके बारे में स्वयं सहायता समूह के एक प्रतिनिधिमंडल ने सामुदायिक प्रबंधक सुरक्षा संधु के नेतृत्व में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला राजगढ़ के प्रधानाचार्य संजय चौहान और केंद्रीय हेड टीचर प्राथमिक पाठशाला राजगढ़ से भेंट की। उन्होंने स्कूल की छात्राओं की वर्दियों को सिलाने का कार्य स्वयं सहायता समूह को देने का आग्रह किया।
दोनों पाठशालाओं के प्रमुखों ने स्वयं सहायता समूहों की इस मांग के बारे में उच्चाधिकारियों का मार्गदर्शन लेने की बात कही। प्रधानाचार्य संजय चौहान ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने यह अनूठी पहल आरंभ की है, जो सराहनीय है। सामुदायिक प्रबंधक सुरक्षा संधु ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक में दस स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए इस मिशन के तहत रुचि अनुरूप प्रशिक्षण भी दिया जाता है और अपना कारोबार आरंभ करने के लिए बैंकों से ऋण भी दिलाया जाता है।
उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों की छात्राओं की वर्दियों को सिलने की पहल प्रदेश में राजगढ़ के वार्ड नंबर एक से शुरू हुई है, जिसके निकट भविष्य में सार्थक परिणाम आने की उम्मीद है। संधु ने बताया कि कामकाजी महिलाओं द्वारा मजदूरी कमाने की बजाए आचार चटनी, वर्दी सिलने का कार्य काफी सार्थक सिद्ध हो सकता है। उन्होने अन्य सरकारी स्कूलों से आग्रह किया है कि छात्राओं की वर्दियां सिलाने के लिए स्वयं सहायता समूहों को कार्य दिया जाए। जिनके द्वारा मार्किट की तुलना में कम सिलाई ली जाएगी।