कुल्लू, 16 जुलाई : अतिरिक्त उपायुक्त लाहुल स्पीति ने राहुल जैन ने बताया कि स्पीति के पिन घाटी (Pin Valley) से भावा दर्रा की तरफ भारी बारिश (Heavy Rain) और बर्फबारी (Snow) के कारण फंसे 12 गद्दी लोगों (Gaddi Community) को रेस्क्यू कर लिया गया है। इसके साथ ही फंसी हुई 1200 भेड़ व बकरियों (sheep and goats) सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम ने निरीक्षण किया तो पाया कि करीब 400 भेड़ों की मौत हो चुकी है। जबकि 50 भेड़ें लापता हैं। चंद्रताल में फंसे एक गददी का छोड़ कर तमाम गद्दी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। 14 जुलाई को स्थानीय लोगों की मदद से एक रेस्क्यू टीम ने कुजुंम टॉप (Kunzum Pass) और चंद्रताल में फंसे गदियों को चारा, दवाईयां और राशन मुहैया करवाया था।
वहीं, दूसरी टीम ने पिन घाटी में सगनम में फंसे के गदिदयों को समूह को रेस्क्यू करने के रूपी गांव ( किन्नौर) गई थी। यहीं पर सूचना मिली की 8 और गददी फंसे हुए थे। इसके बाद उन्हें दवाईयां राशन और चारा मुहैया करवाया गया। तीसरी रेस्क्यू टीम (Rescue Team) मुद गांव से सुबह चार बजे लापता हुए छह गद्दी समुदाय के लोगो को ढूंढने के लिए रवाना हुई, जो रामपुर क्षेत्र के गांव कूट से संबंध रखते थे। मूद से 17 किलोमीटर दूर भावा पास के नजदीक दो नालों के बीच में 1100 के करीब भेड़ बकरियां फंसी हुई थी।
इसके बाद रेस्क्यू टीम ने नालो के प्रवाह को बदला और भेड़ बकरियों को रेस्क्यू किया। करीब चार घंटे बाद सारे गददी मूद गांव के पास पहुंच पाए। 15 जुलाई को एसडीएम हर्ष नेगी ने स्वयं मौके का निरीक्षण किया था। बड़ा बल्दर में छोटा पुल पूरी तरह टूट चुका है। इस वजह से 1500 से 2000 भेड़ बकरियां फंसी हुई है। शाहा में पुल टूट चुका है, जिसकी मरम्मत तुरंत की जानी है।