सोलन, 11 जुलाई : बीती रात शहर के शामती इलाके में बारिश ने कहर बरपाया है। यहां मत्स्य विभाग का भवन करीब-करीब पूरी तरह से ढह गया। हालांकि, एक हिस्सा बचा है। इसके अलावा श्री साईं मंदिर का एक हिस्सा भी भूस्खलन की चपेट में आया। भूस्खलन के कारण बीती रात 2 बजे से सोलन-राजगढ़ मार्ग भी बाधित है। चूंकि भूस्खलन की आशंका पहले ही थी, लिहाजा सावधानी बरती जा रही थी।
भूस्खलन के दौरान भी पुलिस विभाग के कर्मचारी मौके पर मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक भूस्खलन के दौरान एक विशालकाय पत्थर अटका हुआ है। इसके गिरने की सूरत में नाले की तरफ बने घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। एहतियात के तौर प्रशासन ने करीब आधा दर्जन घरों को खाली करवा लिया है। गनीमत इस बात की है कि पहले से ही सावधानी बरती गई थी। लिहाजा, जानी नुकसान को टाल लिया गया।
आशंका जताई जा रही है कि बादल फटने के कारण जल प्रलय आई, लेकिन एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि ऊपरी पहाड़ी क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण जलभराव हो रहा था। इसकी बाउंडरी के टूटने से जल प्रलय आई।
उधर, सोलन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त उपायुक्त व एसडीएम सुबह 7 बजे के आसपास घटनास्थल पर पहुंच गए थे। घटनास्थल पर मौजूद टीमों को प्रशासन ने उचित दिशा-निर्देश भी दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा ने कहा कि प्रशासन द्वारा नुकसान का आकलन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मत्स्य विभाग की बिल्डिंग के अलावा मंदिर को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ घंटों में सोलन-राजगढ़ सड़क को बहाल कर लिया जाएगा।
इसी बीच एक अन्य जानकारी के मुताबिक सोलन-कालका हाइवे दत्यार में दूसरे दिन भी बाधित है। मौसम साफ होने की सूरत में एक तरफ से टै्रफिक को बहाल करने की कोशिश की जा सकती है।