शिमला, 07 जुलाई : एचपीयू (HPU) में बीते वर्ष हुई शिक्षक भर्ती घोटालों की न्यायिक जांच (judicial investigation) की मांग ने फिर से तूल पकड़ लिया है। इसी संदर्भ में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की एचपीयू कैंपस इकाई के द्वारा विश्वविद्यालय (university) के कुलपति और प्रतिकुलपति को घोटालों की न्यायिक जांच की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
एनएसयूआई (NSUI) विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि विवि में लंबे समय से शिक्षक, गैर शिक्षक व विभिन्न छात्र संगठनों द्वारा भर्ती घोटालों के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व कुलपति के कार्यकाल में जो शिक्षक और ग़ैर शिक्षक कर्मचारियों की विश्वविद्यालय के नियमों को ताक पर रख कर जो भर्ती की गई है। उसकी न्यायिक जांच जल्द से जल्द हाईकोर्ट सिटिंग जज (High Court sitting judge) से कराई जाये।
एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन अगर जल्द से जल्द शिक्षक और गैर शिक्षक भर्ती की न्यायिक जांच नहीं करवाती है, और पीएचडी (Ph.D) में फर्जी एडमिशनों को जल्द से जल्द निरस्त नहीं किया गया तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन और सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष वीनू मेहता , राज्य महासचिव परवीन मिन्हास, यासीन भट, अरविंद, पवन नेगी, सुमनदीप, बुनीत कश्यप, रमेश कुमार, यशवंत सिंह, विक्रांत शर्मा, अक्षिता भरोटा, रणदीप ठाकुर, सचिन ठाकुर, गिरीश, गौरव नेगी सहित अन्य कई छात्र मौजूद रहे।