शिमला, 28 जून : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून की सक्रियता से बारिश का दौर जारी है। राज्य के विभिन्न भागों में बुधवार को जमकर बारिश हुई। राजधानी शिमला में दिन में तीन घंटे मूसलाधार बारिश हुई, जिसका सामान्य जनजीवन पर असर देखा गया।
मौसम विभाग (Weather Department) ने आगामी चार दिन राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बरसात की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान केंद्र (Meteorological Center) शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि दक्षिणी-पश्चिमी मानसून की सक्रियता की वजह से बारिश से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य के मैदानी एवं मध्यपर्वतीय इलाकों में आगामी दो जुलाई तक गरज के साथ बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने पर्यटकों व स्थानीय लोगों को आगाह किया है कि वे भूस्खलन संभावित इलाकों और नदी-नालों के किनारों के समीप न जाएं।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (State Disaster Management Authority) की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य भर में भूस्खलन के कारण बुधवार को 127 सड़कें बंद रहीं। मंडी ज़ोन में 61, शिमला जोन में 39,कांगड़ा में 17 और हमीरपुर जोन में 10 सड़कें अवरुद्ध हुईं। इसके अलावा 149 बिजली ट्रांसफार्मर व 1318 पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हुईं।
चम्बा जिला में 133 ट्रांसफार्मर खराब पड़ने से बिजली गुल रही। पांगी में 78, डल्हौजी में 38 और चम्बा उपमंडल में 17 ट्रांसफार्मर बंद हैं। कूल्लु में 13, शिमला में दो और मंडी में एक ट्रांसफार्मर बंद है। मानसून सीजन में वर्षा जनित हादसों से अब तक 19 लोगों की जान गई, जबकि 34 घायल हुए। 41 कच्चे-पक्के घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
सिरमौर के धौलाकुआं में सबसे ज्यादा बरसे बादल
बीते 24 घंटों के दौरान सिरमौर जिला के धौलाकुआं में सात सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड हुई है। इसके अलावा पांवटा साहिब में पांच, डलहौजी, बिलासपुर व शिमला में तीन-तीन, सियोबाग, नाहन, धर्मपुर, कसौल, नैनादेवी, धर्मपुर व रेणुका में दो-दो, चुआडी, मशोबरा, सलूणी, पच्छाद, भरमौर, मनाली, तीसा, खदराला व कसौली में एक-एक सेंटीमीटर वर्षा हुई है।