नाहन,04 जून : हिमाचल सरकार के अभियान “डिजिटल बाल मेले” अभियान के तहत “कैसी हो बच्चों की सरकार” के अंतर्गत 12 जून को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बाल सत्र के दौरान 9 राज्यों के 68 बच्चे विधायकों की भूमिका में नजर आएंगे। इसी कड़ी में नाहन विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल में चौथी कक्षा के छात्र अरिंजय भगत करेंगे। चौथी कक्षा के बालक का चयन नाहन क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में हुआ है।
दिलचस्प बात यह है कि जीवन में भी अरिंजय भगत मंत्री बनना चाहता है। राजनीति में अरिंजय की रूचि है। 12 जून को बाल सत्र में समूचे प्रदेश के चयनित 68 बच्चे राजनीतिक प्रक्रिया को नजदीक से जानेंगे। साथ ही विधायक के तौर पर पक्ष और विपक्ष की भूमिका भी अदा करेंगे। अरिंजय भगत का चयन 8 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों के वर्ग में हुआ है। बालक अरिंजय भगत को अभियान में बच्चों की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को निकट से जानने का मौका भी मिलेगा।
अरिंजय के पिता भवानी भगत शिक्षक हैं, जबकि माता गृहणी है। अरिंजय भगत ने कहा कि अगर वो भविष्य में मंत्री बनते है, तो भ्रष्टाचार,सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन व वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में कदम उठाएंगे। बता दे कि विधानसभा के बाल सत्र के दौरान मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, तमाम मंत्री व अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। समूचे भारतवर्ष से विधानसभा के बाल सत्र में हिस्सा लेने के लिए आवेदन किया था।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने वीरवार को कहा था कि बच्चे मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री और विधानसभा सदस्य की भूमिका निभाएंगे। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि अभियान के दौरान 1085 बच्चों ने डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर अपनी वीडियो प्रविष्टियां दर्ज कराई हैं। इनमें राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली के बच्चे शामिल हैं।
कुलदीप पठानिया ने बताया कि बच्चों का चयन डिजिटल बाल मेला द्वारा गठित विशेषज्ञों की टीम ने किया है। इसमें राजनीति, शिक्षा, कला, पत्रकारिता जैसे विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज शामिल हैं। तीन चरणों में चयन प्रक्रिया संपन्न हुई। पहले भाग में वीडियो मापदंड पूरा करने वाले 585 बच्चों का चयन किया गया।