शिमला, 14 मई : हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh ) के सबसे बड़े जनपद ‘कांगड़ा’ से ताल्लुक रखने वाले कर्नाटक कैडर (Karnataka Cadre) में 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद (IPS Praveen Sood) को भारत में एक बड़ी जिम्मेदारी मिली है। ये निर्णय चयन समिति में शामिल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi), भारत के मुख्य न्यायधीश (Chief Justice of India) डीवाई चंद्रचूड़ व लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सर्व सम्मति से लिया है।
आईआईटी दिल्ली (IIT Delhi) से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक (B.Tech) व पीपीएम में पीजी (PG in PPM) करने वाले आईपीएस अधिकारी प्रवीण सूद मौजूदा में कर्नाटक में पुलिस महानिदेशक (Director General of police) के पद पर सेवारत हैं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (central bureau of investigation) में बतौर मुखिया नई भूमिका के लिए वो अनुभव व विशेषज्ञता रखते हैं। 22 मई 1964 को जन्में आईपीएस प्रवीण सूद ने पुलिस बल में विभिन्न प्रमुख पदों पर कार्य किया है।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक आईपीएस प्रवीण सूद मूलतः कांगड़ा के गरली परागपुर से संबंध रखते हैं। पिता नौकरी के सिलसिले में काफी पहले दिल्ली चले गए थे। आईपीएस अधिकारी ने दिल्ली में ही शिक्षा ग्रहण की। एक बेटी का विवाह क्रिकेटर मयंक अग्रवाल से हुआ है।
आईपीएस अधिकारी ने 1989 में मैसूर (Mysore) के सहायक पुलिस अधीक्षक के पद से कैरियर शुरू किया था। 2004 से 2007 तक मैसूर में पुलिस कमिश्नर भी रहे। मैसूर में सेवारत रहने के दौरान आईपीएस प्रवीण सूद ने पाकिस्तान मूल के आतंकवादियों की गिरफ्तारी में भी अहम भूमिका निभाई थी। 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री स्वर्ण पदक, 2002 में पुलिस पदक व 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से भी अलंकृत किया जा चुका है।
सीबीआई के निदेशक पद पर उनकी नियुक्ति समर्पण, व्यावसायिकता व कानून व्यवस्था में शानदार ट्रैक रिकॉर्ड का प्रमाण है। सीबीआई भ्रष्टाचार, आर्थिक, क्राइम व गंभीर मसलों से संबंधित हाई प्रोफाइल मामलों में निपटने में अहम भूमिका निभाती है। जानकारों का कहना है कि सीबीआई चीफ (CBI Chief) के तौर पर प्रवीण सूद की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब ब्यूरो कई समस्याओं का सामना कर रहा है।
आईपीएस अधिकारी कर्नाटक के डीजीपी के पद पर 1 फरवरी 2020 से तैनात हैं। सीबीआई के इतिहास में निदेशक के पद पर दिवंगत आईपीएस अश्वनी कुमार (IPS Ashwani Kumar) पहुंचे थे। वो हिमाचल कैडर के आईपीएस अधिकारी थे। दूसरे आईपीएस प्रवीण सूद इस महत्वपूर्ण पद पर काबिज हुए हैं। फर्क ये है कि स्व0 अश्वनी कुमार हिमाचल कैडर के थे, जबकि आईपीएस प्रवीण सूद का कैडर कर्नाटक है।
आईपीएस प्रवीण सूद की नियुक्ति पर समूचे हिमाचल प्रदेश में हर्ष की लहर है। पहाड़ी प्रदेश बेटे की अहम ओहदे पर तैनाती को लेकर गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
उधर हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आईपीएस अधिकारी को सीबीआई के नए निदेशक बनने पर बधाई दी है।