मंडी, 03 अप्रैल : देश भर में पूर्व सैनिक वन रैंक वन पेंशन के पार्ट-2 में चल रही विसंगतियों को लेकर अब सड़कों पर उतर आए हैं। आज देश के सभी जिला मुख्यालयों पर पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों ने यूनाईटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन के बैनर तले रोष रैलियां निकाली और केंद्र सरकार को अपने ज्ञापन भेजे। मंडी जिला मुख्यालय पर यह रैली पड्डल मैदान से शुरू हुई जो शहर भर का चक्कर काटती हुई उपायुक्त कार्यालय परिसर में आकर संपन्न हुई। यहां डीसी के माध्यम से पूर्व सैनिकों ने राष्ट्रपति व केंद्र सरकार को अपना ज्ञापन भेजा।
यूनाईटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन के चेयरमैन कैप्टन जगदीश वर्मा ने बताया कि पूर्व सैनिक 2019 से अपनी इस मांग को केंद्र सरकार के समक्ष उठा रहे हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। 2019 में पेंशन को लेकर जो टेबल जारी किया गया है उसमें बहुत सारी विसंगतियां हैं। जिसका खामियाजा पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों को भुगतना पड़ रहा है। रक्षा मंत्रालय द्वारा निकाले गए पेंशन टेबल में सिपाही से लेकर हवलदार तक के रैंकों में मामूली वृद्धि की गई है। इसके अलावा नायब सूबेदार से ऑनरेरी कैप्टन तक की पेंशन में कटौती की गई है जोकि अन्यायपूर्ण फैसला है।
सरकार द्वारा दिए गए 23 हजार करोड़ रुपए सिर्फ मेजर से लेकर लेफ्टिनेंट जनरल तक के अधिकारियों को 90 फीसदी राशि दे दी गई है। जिसका अधिकारी वर्ग के नीचे के सभी रैंकों के पूर्व सैनिकों की ओर से विरोध जताया जा रहा है। पूर्व सैनिकों में इस बात को लेकर भी आक्रोश किया है कि ऐसे निर्णय लेने के लिए जो कमेटियां बनी हैं, उनमें जेसीओ को शामिल नहीं किया गया है।
यूनाईटेड फ्रंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन के वायर चेयरमैन कैप्टर हेत राम शर्मा ने बताया कि दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे पूर्व सैनिकों से अभी तक केंद्र सरकार के किसी भी नुमाईंदे ने आकर मुलाकात नहीं की है। अभी यह प्रदर्शन जिला स्तर पर किए गए हैं और आने वाले समय में इसे बड़े स्तर पर सभी राज्यों की राजधानियों और फिर देश की राजधानी दिल्ली में किया जाएगा।