मंडी, 22 दिसंबर : राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम का प्रशिक्षण केंद्र मंडी जल्द ही आधे दर्जन से ज्यादा कोर्स निशुल्क करवाने जा रहा है। इन कोर्स की अवधि 1 माह से 3 माह के बीच रहने वाली है। यह बात निगम प्रबंधक लोकेश भाटिया ने बुधवार को राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एन.एस.आई.सी.) मंडी कार्यालय में नाबार्ड प्रायोजित कौशल विकास प्रशिक्षण परियोजना समिति की बैठक के दौरान कही।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम का प्रशिक्षण केंद्र (एन.एस.एस.आई.सी.) मंडी में साल 2022-23 में आगामी तीन महीने का प्रशिक्षण देने जा रहा है। इसके अलावा गांव-गांव जाकर 25-25 महिलाओं के समूहों को एक माह का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। नाबार्ड, एन.एस.आई.सी. प्रशिक्षण केंद्र मंडी में जल्द ही कटिंग, बैग मेकिंग, कुशन मेकिंग, निटिंग मशीन ऑपरेटर, डाटा एंट्री ऑपरेटर, कंप्यूटर एकाउंटिंग आदि जैसे कोर्स में करीब 565 प्रशिक्षुओं को मुफ्त प्रशिक्षण देने जा रहा है। इन कोर्सों के लिए 18 प्लस आयु के इच्छुक उम्मीदवार एन.एस.आई.सी. मंडी कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को वरीयता दी जायेगी, ताकि वे अपने समूहों का अच्छे से प्रबंधन और आजीविका बढ़ा सके।
प्रशिक्षुओं को ग्रामीण बैंक के माध्यम से जोड़ा जाएगा नाबार्ड की योजनाओं से…
नाबार्ड प्रबंधक राकेश वर्मा ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के एक सदस्य यहां कंप्यूटर व एकाउंट्स का प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं। इससे उनके समूहों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण के बाद ग्रामीण बैंक के माध्यम से नाबार्ड की वित्तीय सहायता योजनाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि वे अपना रोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने बताया कि एनएसआईसी के पास आधुनिक क्वालिटी की प्रशिक्षण सुविधा व प्रशिक्षक उपलब्ध हैं। इसका बेरोजगार युवक-युवती, स्वयं सहायता समूह व महिला मंडल आदि को काफी फायदा होगा।
कोर्स के बाद प्रतिभागियों को मिलेंगे प्रमाण पत्र…
वहीं, फर्नीचर इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक सेठी ने सभी को उद्योगों के वर्तमान रोजगार परिदृश्य से अवगत कराया। प्रशिक्षण के बाद प्रशिक्षुओं को स्वरोजगार योजनाओं से लिंक करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इन कोर्सों के बाद प्रतिभागियों को एन.एस.आई.सी. की ओर से प्रमाण पत्र दिए जायेंगे। इससे उनको अपना व्यवसाय शुरू करने और रोजगार दिलाने में नाबार्ड व निगम मिलकर सहायता करेंगे। इसके अतिरिक्त एन.एस.आई.सी. मंडी स्वयं सहायता समूहों, अन्य लघु उद्यम (एमएसएमई) रजिस्ट्रेशन व अन्य संबंधित योजनाओं को लघु उद्योगों तक पहुंचाने में भी मदद करेगा।