नाहन, 29 नवंबर : हिमाचल की नाहन पुलिस की बदौलत हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम से लापता 17 साल का किशोर (विशेष आवश्यकता वाला बच्चा) गौरव यादव सही सलामत मिल गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि गौरव का भाई आईएमएम सिरमौर (IIM Sirmaur) का छात्र है।
इत्तफाक से सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय कर गौरव यहां तक कैसे पहुंचा इसको लेकर तो स्थिति साफ़ नहीं हो पाई है, लेकिन इतना जरूर है कि गौरव के नाहन में होने की सूचना मिलते ही कच्चा टैंक पुलिस ने एक पल भी व्यर्थ नहीं गंवाया, फौरन ही उसकी तलाश में पुलिस दल निकल पड़ा।
मंगलवार देर दोपहर पुलिस टीम ने पाया के चौगान मैदान के समीप खड़े किशोर का हुलिया गौरव से मैच हो रहा है। कुछ देर तक पुलिस ने गौरव पर नजर बनाए रखी। तस्दीक होने के बाद कि वह गुरुग्राम से लापता गौरव ही है, तो तुरंत ही पुलिस में उससे बातचीत की। कच्चा टैंक पुलिस चौकी में लाने के बाद पुलिस कर्मियों ने गौरव की वीडियो कॉल पर परिवार वालों से बात भी करवाई।
सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य गुरुग्राम से नाहन के लिए रवाना हो गए। 17 साल के दिव्यांग गौरव को पुलिस ने वो सब खाने का सामान उपलब्ध करवाया जो उसने मांगा। चूंकि गौरव दिल्ली गेट के बस स्टॉप के पास ही मौजूद था। लिहाजा उसकी लोकेशन बदल भी सकती थी। परिवार को यह सूचना मिली थी कि गौरव सोमवार की रात हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की बस में नाहन पहुंचा है।
उल्लेखनीय है कि परिवार द्वारा सीसी फुटेज के आधार पर लगातार गौरव की लोकेशन को ट्रेस करने का प्रयास किया जा रहा था। परिवार को सूचना मिली थी कि गौरव नाहन में हो सकता है जिसके बाद तुरंत गौरव की गुमशुदगी की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने तुरंत ही सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया। बता दें कि शहर के दिल्ली गेट बस स्टॉप से देहरादून व शिमला की तरफ परिवहन सेवा उपलब्ध है। दिव्यांगों की निगम की बसों में यात्रा निशुल्क है। ऐसे में गौरव अगले गंतव्य की तरफ भी निकल सकता था।
फिलहाल यह पता नहीं चला है कि किशोर अपने घर से किस मकसद को लेकर निकल था, लेकिन अपुष्ट जानकारी के मुताबिक उसके मन में ये विचार कौंधा था कि गरीबी कैसी होती है। गरीबी का अहसास करने ही वो घर से निकल गया था।
कुल मिलाकर 96 घंटे से भी कम समय में गौरव अपनों के आंचल में वापस लौट गया है। उधर, डीएसपी मीनाक्षी ने पुलिस कर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि गौरव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।