कुल्लू, 20 नवंबर : दिल्ली के बहुचर्चित श्रद्धा हत्याकांड की जांच अभी भी जारी है। पुलिस अंतिम नतीजे तक नहीं पहुंच पाई है कि आखिर आफताब ने इतनी हैवानियत से श्रद्धा का मर्डर क्यों कर दिया। पुलिस उन सब ठिकानों पर जाकर गहनता से जांच कर रही है जहां श्रद्धा और आफताब पिछले छह-सात महीने में गए हुए थे। इसी कड़ी में दिल्ली पुलिस की 3 सदस्य टीम शनिवार को कुल्लू जिले के मणिकर्ण घाटी की तोष गांव में पहुंची।
ऐसा बताया जा रहा है कि आफताब और श्रद्धा 6 व 7 अप्रैल को यहां गेस्ट हाउस में रुके थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पुलिस ने यहां पर काफी लंबे समय तक गेस्ट हाउस के संचालक से पूछताछ की। संचालक के मुताबिक उस समय दोनों का बर्ताव सामान्य था।
उन्होंने गेस्ट हाउस और एक रात कैंपिंग साइट पर गुजारी थी। हालांकि दिल्ली पुलिस की टीम जब यहां पहुंची तो पाया कि गेस्ट हाउस के रजिस्टर में उनकी एंट्री नहीं थी। संचालकों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि दोनों यहां कपल बनकर आए थे। दोनों ने 6 अप्रैल को ऑनलाइन बुकिंग की थी।
गूगल पेमेंट द्वारा दोनों ने शुल्क का भुगतान किया था। 7 अप्रैल को आफताब और श्रद्धा गांव के साथ लगते जंगल में ट्रैकिंग के लिए भी गए थे और 8 अप्रैल को दोनो गांव से निकल गए थे। पुलिस ने यहां से आफताब के आधार कार्ड कॉपी को कब्जे में ले लिया है, जिससे उन्होंने ऑनलाइन बुकिंग करवाई थी। गेस्ट हाउस के संचालक नरेंद्र कुमार ने बताया कि आफताब और श्रद्धा उनके गेस्ट हाउस में ठहरे थे। दिल्ली पुलिस की टीम को भी इस बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवा दी गई है।
उधर, दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताया कि आरोपी को हिमाचल की पार्वती घाटी और दिल्ली के वन क्षेत्रों में ले जाकर सीन रीक्रिएट करना है। पुलिस मामले की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। मणिकर्ण में सीन को री-क्रिएट करने की कोशिश की जाएगी।
एक अन्य जानकारी के मुताबिक आज दिल्ली पुलिस बीड बिलिंग में गार्डन कैफे में पहुंच सकती है। पुलिस उन सभी ठिकानों पर जांच कर रही है जो आफ़ताब ने उन्हें बताए है। यहां उस होटल के संचालक से पूछताछ की जाएगी, जहां आफ़ताब और श्रद्धा रुके थे। हालांकि हिमाचल पुलिस को दिल्ली पुलिस के यहां पहुंचने क़ी कोई जानकारी नहीं है।