नाहन (एमबीएम न्यूज): पांवटा साहिब में शालू हत्याकांड के मामले में सत्ता व विपक्ष के नेताओं ने भी बुधवार को इस मामले में पहली बार अपनी प्रतिक्रिया जारी की है। बकायदा अलग-अलग प्रेस विज्ञप्तियां जारी हुई हैं। संभवत: मामले के तूल पकडऩे की वजह से मजबूरन नेताओं को भी अपने बयान जारी करने पड़े हैं। मुख्य संसदीय सचिव लोक निर्माण ने कहा कि पुलिस को निर्देश दिए है कि शालू हत्याकांड की निष्पक्ष एवं समयबद्ध जांच की जाए तथा अपराधियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा इस हत्या को राजनीतिक रंग देकर अनावश्यक षडय़ंत्र रचा जा रहा है, जोकि उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह इस जघन्य हत्याकांड की कड़ी भर्त्सना करते हैं। उन्होंने शालू की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके परिजनों को अपनी गहरी संवेदनाएंं व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सिरमौर पुलिस द्वारा जिला में अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े पग उठाए गए हैं तथा पुलिस की मुस्तैदी से अनेक अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है।
उधर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता व विधायक डॉ. राजीव बिंदल प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि सतौन की बेटी की जिस प्रकार निर्मम हत्या की गई, उसकी आबरू के साथ खेला गया, यह बहुत दर्दनाक मामला है। बिंदल ने कहा कि सिरमौर में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचारों के कारण सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। डॉ. बिन्दल ने कहा कि बहन-बेटियों को आत्मनिर्भता के लिए, समाज के सर्वांगीण विकास के लिए समाज को भी इस बुराई के खिलाफ एकजुट होकर लडऩा पड़ेगा । परिवार के पालन पोषण के लिए कामकाज पर जाना पड़ता है और ऐसे में ऐसी दरिंदगी की घटनाओं से बहन-बेटियों का मनोबल टूट रहा है।
एक ओर जहां बेटियां अपने कौशल से, अपनी मेहनत से शिक्षा के क्षेत्र में, रोजगार के क्षेत्र में पुरूषों से आगे निकल रही है, वहीं दूसरी ओर उनकी अस्मिता एवं जीवन पर क्रूरता एवं पशुवर प्रहार समाज के ताने-बाने को तोड़ रहा है। डॉ. बिन्दल ने कहा कि जिस प्रकार कुकृत्य करके युवती की लाश को ठिकाने लगाने का षडय़ंत्र किया गया, इससे यह बात साबित है कि आसामाजिक तत्वों को कानून का कोई खौफ नहीं है ।