ऊना, 25 अक्तूबर : हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक दलों पर नेताओं की व्यक्तिगत इच्छाएं भारी पड़ रही हैं। अनुशासन का पाठ का असर नेताओं पर नहीं दिखता। खैर, टिकट न मिलने से रुष्ट दो कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी से बगावत कर दी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव व गगरेट के पूर्व विधायक राकेश कालिया मंगलवार को भाजपा के हो गए।
टिकट कटने से वो रुष्ट चल रहे थे। बता दें कि कालिया दो बार चिंतपूर्णी व एक बार गगरेट से चुनाव जीत चुके हैं। कालिया ने मंगलवार को भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना की मौजूदगी में भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बाद वो भाजपा प्रत्याशी राजेश ठाकुर की चुनाव जनसभा में भी शामिल हो गए।
खास बात ये है कि कालिया ने कांग्रेस से बगावत तो की है, लेकिन आजाद उम्मीदवार बनकर ताल नहीं ठोकी है, बल्कि भाजपा के चुनाव प्रचार में डट गए हैं। बता दें कि गगरेट से कांग्रेस ने इस बार चैतन्य शर्मा को उम्मीदवार बनाया है।
उधर, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार ने बगावत कर आजाद उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया है। वीरभद्र सरकार में उद्योग मंत्री रह चुके कुलदीप कुमार ने दो बार गगरेट व एक बार चिंतपूर्णी से चुनाव जीती था। पार्टी नेतृत्व पर कुलदीप कुमार ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व उदासीन हो चुका है। चिंतपूर्णी सीट से कांग्रेस ने सुदर्शन बबलू को प्रत्याशी घोषित किया है।