नाहन,13 अक्टूबर: देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के शानदार भव्य स्वागत की तैयारी में गिरीपार लग चुका है। यह अवसर संपूर्ण गिरीपार के लिए भावनात्मक और इंतजार से भरा है। वर्ष 1967 से यह गिरिपार का सबसे बड़ा सामाजिक मुद्दा रहा है। हमारे पड़ोसी क्षेत्र जौनसार बावर को 1967 में जनजातीय क्षेत्र का दर्जा प्राप्त हुआ लेकिन कांग्रेस की हाटी विरोधी मानसिकता के कारण हमारा यह मुद्दा 55 वर्ष संघर्ष करता रहा।
ये बात शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने प्रेस विज्ञप्ति में कही है। तोमर ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने गिरीपार को आजादी के बाद का सबसे बड़ा तोहफा प्रदान किया है, 3 लाख 15 हजार लोगों के दर्द को केवल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी और गृह मंत्री अमित शाह, प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के ईमानदार प्रयासों के कारण यह मुद्दा सिरे चढ़ा है। इस के लिए गिरीपार की समस्त जनता की तरफ से मैं केंद्र और प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त करते है।
तोमर ने कहा की गिरिपार का हर युवा, बुजुर्ग, माता, बहन और बेटियां आज पलके बिछा के अमित शाह का इंतजार कर रहे है, विकास की दृष्टि से जनजातीय क्षेत्र होने से हमारे क्षेत्र में अनेक प्रकार के बदलाव तय है। शैक्षणिक स्तर, आर्थिक स्तर , सामाजिक स्तर और हर स्तर पर गिरिपार का विकास होना तय है लेकिन यह कार्य केवल तभी संभव हुआ है जब देश में मोदी और प्रदेश में जय राम की डबल इंजन सरकार चल रहीं है।
उन्होंने बताया की इस आंदोलन को पूरा करवाने के लिए जो भूमिका जय राम ठाकुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने निभाई है वो सामान्य नहीं है। उन्होंने बताया कि हाटी आंदोलन के नियमित केंद्रीय हाटी समिति की भूमिका भी विशेष रही है, 1967 से इस आंदोलन को निरंतर आगे बढ़ाया है इस आंदोलन में युवाओं, माताओं, बहनों और बुजुर्गों का भी बड़ा आशीर्वाद रहा है।