ऊना, 13 सितंबर : हरोली उपमंडल के तहत पंजाब की सीमा से सटे गांव दुलैहड़ में सोमवार देर शाम हुए गोलीकांड को लेकर सियासी गलियारों से लेकर जनता तक जमकर उबाल देखा जा रहा है। मंगलवार सुबह क्षेत्रीय अस्पताल शव गृह में पोस्टमार्टम के लिए रखे गए शव को लेकर प्रदर्शन किया गया। दरअसल, चिकित्सा विभाग के अधिकारियों द्वारा शव का पोस्टमार्टम टांडा मेडिकल कॉलेज में करवाने की बात कहने से लोग भड़क उठे।
ग्रामीणों का कहना था कि यदि शव को पोस्टमार्टम के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज भेजना था तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को रात को ही यह बात साफ कर देनी चाहिए थी। लोग रातों-रात शव को टांडा मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर देते, जिसके चलते अभी तक शव का अंतिम संस्कार भी करना संभव हो पाता।
इस मौके पर मृतक रविंद्र कुमार उर्फ सेठी के गांव समेत अन्य क्षेत्रों से आए सैकड़ों लोगों के साथ नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री भी मौजूद रहे, जबकि मामले का पता चलते ही जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों के तमाम कांग्रेस नेता भी अस्पताल आ पहुंचे। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कुलदीप, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव एवं पूर्व विधायक राकेश कालिया, प्रदेश कांग्रेस के सचिव देशराज मोदगिल, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह समेत तमाम लोग रीजनल अस्पताल के शवगृह पहुंचे, जहां पर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए यहीं पर मृतक रविंद्र कुमार का पोस्टमार्टम करवाने की मांग उठाई।
हरोली के दुलैहड़ में हुए गोलीकांड के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि जिला मुख्यालय के पास हुए हादसे को भी राजनीतिक रंग देते हुए साजिश बता डाला, जिसमें करीब 5 लोगों की एक साथ मौत हो गई थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 48 घंटे के भीतर 4 युवाओं की मौत कोई गहरी राजनीतिक साजिश है, जिसमें उनके विधानसभा क्षेत्र के 3 कांग्रेस नेताओं की मौत हुई है। इनमें से दो सड़क हादसे का शिकार हुए, जबकि एक को सीधे सीने में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि इन साजिशों के चलते कांग्रेस को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप जड़ा की रात के अंधेरे में 5 युवकों से भरी कार को भी साजिश के तहत हादसे का शिकार बनाकर सभी युवकों को मौत के घाट उतारा गया है। नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि इतना भी कितना भीषण हादसा हो गया कि पांचों युवकों की मौत हो गई।
यह मैदानी इलाका है, कोई पहाड़ नहीं की ढलान से गाड़ी लुढ़की और सभी लोग मौत के आगोश में चले गए। उन्होंने कहा कि इन सभी हत्याओं की न्यायिक जांच करवाकर दोषियों को सलाखों के पीछे धकेला जाना चाहिए। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार के पास सिर्फ एक महीने का समय बचा है। उसके बाद कांग्रेस सत्ता में आएगी। इन वारदातों को सिलसिलेवार अंजाम देने वाले लोगों को पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा।
वहीं उन्होंने कहा कि किसी गरीब के घर में यदि किसी हादसे के चलते मौत हो जाए तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सबको टांडा मेडिकल कॉलेज भेजने की बात कह देते हैं। एक तो पहले ही परिवार पर मुसीबत पड़ी होती है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग उन्हें सहारा देने की बजाय उन पर बोझ लादने का काम कर देता है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ तमाम अन्य सुविधाओं में अंधेरगर्दी मची है।