शिमला, 13 सितंबर : स्त्री रोग व बांझपन विशेषज्ञ डाॅ. योगिता डोगरा ने राष्ट्र स्तर पर हिमाचल को गौरवान्वित किया है। मुंबई में 26 से 28 अगस्त तक आयोजित आईएसएआर (lSAR) के 26वें सम्मेलन में स्व. डाॅ. प्रवीण पटेल अवार्ड हासिल किया है। डाॅ. योगिता डोगरा को बैस्ट ओरल प्रस्तुति (Clinician) में प्रथम पुरस्कार मिला है।
ये सम्मेलन डिकोडिंग फर्टिलिटी (Decoding Fertility) विषय पर आयोजित हुआ था। डाॅ. योगिता डोगरा ने सम्मेलन में शानदार प्रस्तुति भी दी।
गौरतलब है कि डाॅ. योगिता डोगरा प्रदेश की पहली चिकित्सक हैं, जिन्होंने आईवीएफ (IVF) में डीएम की उपाधि हासिल की है। हाल ही में डाॅ. योगिता डोगरा ने हिमाचल की पहली आईवीएफ लैब को शिमला में स्थापित किया था। इससे पहले प्रदेश के निसंतान दंपत्तियों को राज्य से बाहर का रुख करना पड़ता था। आईयूआई व आईवीएफ (IUI and IVF) में एक्सपर्ट डाॅ. योगिता डोगरा को स्त्री रोग व बांझपन की समस्या को लेकर लंबा अनुभव है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से खास बातचीत के दौरान डाॅ. योगिता डोगरा ने कहा कि निसंतान दंपत्ति की गोद में किलकारी गूंज उठे, इससे बड़ा सुकून आपको नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि वो अपनी लैब में बेहतर परिणाम देने का प्रयास कर रही हैं।
गौरतलब है कि शिमला में डाॅ. योगिता ने अरिवा आईवीएफ सैंटर (Ariva IVF Center) स्थापित किया है। मुंबई में आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस में डाॅ. योगिता डोगरा को रिसर्च पेपर प्रस्तुत करने पर पहला पुरस्कार हासिल हुआ है। डाॅ. योगिता को प्रदेश की पहली ऐसी महिला स़्त्री रोग व बांझपन विशेषज्ञ होने का भी गौरव हासिल है, जिन्होंने दिल्ली एम्स (AIIMS Delhi) में डीएम की पढ़ाई के लिए देश भर की एकमात्र सीट को हासिल करने में सफलता हासिल की थी।