मंडी (वी. कुमार): सोमवार देर रात को सुंदरनगर प्रशासन के दावों की पोल उस वक्त खुल गई, जब एक घंटा तक इंतजार करने के बाद भी एम्बुलेंस सेवा घटनास्थल पर नहीं पहुंची और उपचार में देरी होने के कारण एक युवक को जिंदगी से हार माननी पड़ी। घटना सोमवार देर रात की है, जब दो युवक असरत और भासू धनोटू से सुंदरनगर की तरफ जा रहे थे। यह दोनों युवक नहर किनारे वाली कच्ची सड़क से होते हुए जा रहे थे। हालांकि हादसा तेज रफ्तारी के कारण हुआ।
धनोटू सब्जी मंडी के पास बाईक अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो गई, जिसमें बाईक पर बैठे दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे और 108 एम्बुलेंस सेवा व पुलिस को दूरभाष के माध्यम से सूचित किया। एक घंटे तक दोनों घायल युवक घटनास्थल पर तड़पते रहे, लेकिन न तो एम्बुलेंस आई और न ही स्थानीय लोगों ने घायलों को हास्पिटल तक पहुंचाने की जहमत उठाई। एक घंटे बाद पुलिस थाना से आई टीम ने घायलों को सुंदरनगर हास्पिटल पहुंचाया, जहां पर कुछ की देर बाद भासू ने प्राण त्याग दिए। यदि 108 एम्बुलेंस सेवा समय पर घटनास्थल पहुंचती तो शायद भासू की जान बच सकती थी।
मृतक भासू सुंदरनगर शहर के अम्बेदकर नगर का रहने वाला था और तीन बहनों का इकलौता भाई था। भासू के पिता का पहले ही स्वर्गवास हो चुका है। घायल असरत भी यहीं का रहने वाला है और उसका सिविल हास्पिटल सुंदरनगर में उपचार चल रहा है। बता दें कि एसडीएम सुंदरनगर राजीव कुमार ने ऐलान किया था कि इलाके में 108 एम्बुलेंस सेवा को रूकने नहीं दिया जाएगा और हड़ताल की स्थिति में होमगार्ड के जवानों पर इस सेवा का दायित्व सौंपने की बात कही गई थी, लेकिन एम्बुलेंस के न पहुंचने से अब प्रशासन के दावों की पोल खुलकर रह गई है। वहीं सुंदरनगर पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के हवाले कर दिया है और दुर्घटना संबंधी मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।