शिमला (एमबीएम न्यूज): सोशल मीडिया में शिकायत पर तकनीकी व ट्रांसपोर्ट मंत्री जीएस बाली ने हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के खराब रिजल्ट के मामले में स्वयं कड़ा संज्ञान लिया है। मंत्री ने अपने फेसबुक पेज पर कहा कि छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं के पुनर्मूल्यांकन व री-चैकिंग से जुड़ी शिकायतें मिली हैं। यह शिकायतें मंत्री को सोशल मीडिया में मिल रही हैं। इस पर बाली ने कहा कि तय कर लिया गया है कि तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक व सचिव की बैठक जल्द बुलाई जाएगी। कुछ उत्तर पुस्तिकाओं को सैंपल के तौर पर पुनर्मूल्यांकन व री-चैकिंग के लिए थर्ड पार्टी संस्थान को भेजा जाएगा, जो एनआईटी हमीरपुर भी हो सकता है।
बाली ने साफ लहजे में कहा है कि चैकिंग में गड़बड़ी पाए जाने की सूरत में सख्ती से कदम उठाए जाएंगे। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता बनाए रखने के लिए हम प्रयासरत है। बाली ने कहा कि छात्रों को वह यह बताना जरूरी समझते हैं कि किसी भी शिक्षण संस्थान में विरोध स्वरूप अधिकारियों व शिक्षकों को कमरों में बंद करने जैसा कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोकतंत्र में न्यायपालिका से लेकर आरटीआई तक का अधिकार छात्रों को है, परंतु ऐसी अनुशासनहीनता पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बाली ने छात्रों को हिदायत दी कि इस तरह की बातों का भविष्य में ध्यान रखें।
बाली से भी सवाल
सोशल मीडिया में ही बाली से फीस बढ़ोतरी को लेकर भी सवाल पूछे जाने लगे हैं। बाली से पूछा गया कि पांच साल पहले परीक्षा शुल्क 500 रुपए था। 2013 में ओएमआर शीटस लागू कर दी गई, तब भी शुल्क 500 रुपए ही था। बाद में इसे बढ़ाकर 1000 रुपए किया गया। अब 2500 रुपए वसूला जा रहा है। इस पर मंत्री का तर्क पूछा गया है।