नाहन, 3 मई : शहर में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे का इतिहास सदियों पुराना है। मंगलवार सुबह रामकुंडी स्थित ईदगाह मैदान में दो साल बाद रौनक लौटी। हजारों शीश अमन व शांति के लिए झुके। नगर परिषद के ईदगाह मैदान में नमाजियों के एक साथ नमाज पढ़ने का दृश्य भी अरसे बाद देखने को मिला।
सुबह 9 बजे नमाज अदा करने के लिए शहर के मुस्लिम परिवार के हरेक घर से कोई न कोई समय से पूर्व ही पहुंच गया था। सामूहिक रूप से ईद-उल-फितर के मौके पर गले मिलकर मुबारकबाद का सिलसिला चलता रहा। बता दें कि बीते दो सालों से कोविड संकट के कारण मस्जिदों व घरों में ही नमाज पढ़ी जा रही थी।
कच्चा टैंक जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल ने मुस्लिम भाईयों को ईद की नमाज अदा करवाई। मौके पर विधायक डॉ. राजीव बिंदल के अलावा बीजेपी के जिलाध्यक्ष विनय गुप्ता इत्यादि भी मुबारकबाद देने पहुंचे थे।
इमाम ने कहा कि दो साल के अंतराल के बाद सामूहिक नमाज अदा करने का मौका मिला है, इसके लिए वो खुदा का शुक्रिया अदा करते हैं।
उल्लेखनीय है कि 1621 में बसे नाहन शहर में हिन्दू व मुस्लिम भाईचारे की मिसाल दूर-दूर तक दी जाती है।