ऊना, 25 फरवरी: टाहलीवाल औद्योगिक क्षेत्र में 8 महिलाओं की जान लेने वाले पटाखा उद्योग को लेकर हैरान करने वाली जानकारी भी सामने आई है। पुख्ता जानकारी है कि उद्योग को 2019 में सिंगल विंडो की क्लीयरेंस मिली थी। इसी के आधार पर 2021 में उद्योगपति ने 118 की अनुमति भी ली थी।
सवाल यह उठता है कि जब उद्योग को 2019 में सिंगल विंडो के साथ अप्रूव हुआ था तो दो साल तक इसकी खबर क्यों नहीं ली गई। ऐसे में उद्योग विभाग अपनी जिम्मेदारी से पीछे कैसे हट सकता है।
आधी अधूरी अनापत्ति के बूते मेरठ के उद्योगपति ने उद्योग का शुरू कर लिया। सामान का बनना और बेचना जारी हो गया। हैरानी इस बात की है कि उद्योग ने जीएसटी नंबर भी लिया हुआ है। आबकारी विभाग को टैक्स भी भरा है। ये भी साफ हो रहा है कि उद्योग विस्फोटक अनापत्ति के साथ कुछ और एनओसी को नहीं लेकर चल रहा था। ऐसे में सवाल अब सीधा उद्योग विभाग पर भी है। लेबर व आबकारी विभाग की भी जवाबदेही तय होती नजर आ रही है।
मामले में उद्योग विभाग के अधिकारी जांच जारी होने का हवाला देकर बच रहे हैं। जिलाधीश ऊना राघव शर्मा ने कहा कि जानकारी आई है कि सिंगल विंडो अप्रूवल हुआ है। इसमें अधिक कुछ नहीं कह पाऊंगा, क्योंकि जांच जारी है। जांच के बाद स्थिति साफ होगी। बता दे कि 6 की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी,जबकि दो ने पीजीआई में दम तोड़ दिया।
एसडीएम की जांच..
प्रदेश सरकार द्वारा डिवीजनल कमिश्नर को जांच सौंपने के बाद जिलाधीश ने एसडीएम हरोली को दिए गए जांच के आदेश वापस ले लिए हैं। इस मामले में डिवीजनल कमिश्नर ने अधिकारियों से बैठक कर जांच शुरू कर दी है। वहीं पुलिस की एसआईटी टीम भी जांच कर रही है।
मैनेजर की हुई गिरफ्तारी
बाथू स्थित उद्योग में हुए ब्लास्ट मामले में अब तक एक की गिरफ्तारी हुई है। उद्योग के मैनेजर को ही गिरफ्तार किया गया है। एसपी अर्जित सेन ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। एक की गिरफ्तारी हुई है, जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है।