बिलासपुर, 21 फरवरी : विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी जी को अब टूरिज्म की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा। मंदिर न्यास की ओर से विदेशों की तर्ज पर स्काई ग्लास वॉक ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इससे यहां धार्मिक के साथ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रशासन ने सरकार को मंजूरी के लिए फाइल भेज दी है। फॉरेस्ट कंजर्वेशन एक्ट (एफसीए) प्रक्रिया भी पूरी की जा रही है। इस पुल की लंबाई 70 फीट और चौड़ाई 15 फीट होगी। मंदिर की गुफा के पास बनने वाला यह ब्रिज लोगों के आकर्षण का केंद्र होगा।
नयना देवी जी में जल्द ही पर्यटकों को विदेशों जैसा नजारा देखने को मिलेगा। प्रदेश का पहला ग्लास ब्रिज एक साल में बनकर तैयार होगा। इससे पहले बिहार के नालंदा जिले में ऐसा पुल बना है, लेकिन किसी ने कभी सोचा नहीं था कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में पर्यटकों को विदेशों जैसा ग्लास ब्रिज मिलेगा। इस पर चढ़कर गहरी खाई का नजारा बगैर किसी खतरे के उठा सकते हैं।
5.9 करोड़ से बनने वाला ग्लास ब्रिज हिमाचल में इस तरह का यह पहला पुल होगा। इसके निर्माण के लिए श्री नयना देवी गुफा के साथ ही जमीन का चयन किया गया है। 5 करोड़ 9 लाख रुपये की लागत से बनने वाले इस ब्रिज में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
वहीं इस प्रोजेक्ट की फाइल मंजूरी के लिए सरकार को भेजी गई है। अप्रूवल मिलने के बाद अन्य प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी। आगामी एक साल में इसे तैयार करने की कोशिश की जा रही है।