सोलन, 13 फरवरी : कसौली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक व मुख्य संसदीय सचिव रहे 75 वर्षीय चमन लाल गाचली का रविवार को निधन हो गया परवाणू स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। अपने समय में तेज तर्रार नेता रहे चमन लाल गाचली के निधन से कसौली निर्वाचन क्षेत्र में उनके समर्थकों में मायूसी छा गई है।
वकालत से लेकर सियासी पिच पर अपने दमदार दाव पेंच के लिए वह जाने जाते थे। बतौर विधायक तो उन्हें कसौली का नेतृत्व करने का एक ही बार मौका मिला, लेकिन अपने उस कार्यकाल में उन्होंने कसौली विधानसभा क्षेत्र के मूलभूत मुद्दों को लेकर विधानसभा पटल व सरकार के समक्ष आवाज बुलंद की थी। उस दौरान वह मुख्य संसदीय सचिव भी रहे।
बता दें कि वह 1977 से 1982 तक वह जनता पार्टी से विधायक रहे। उसी दौरान वह सीपीएस भी रहे। वह हिमाचल विकास कांग्रेस के महासचिव भी रहे। प्रो. प्रेम कुमार धूमल की भाजपा सरकार में एससी/एसटी निगम के चेयरमैन भी रहे। बताया जा रहा है कि सुबह करीब साढ़े चार बजे उन्होंने अपनी दवा खाई और जब साढ़े सात बजे चाय पीने के लिए उठाया तो उठे नहीं।
उधर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मन्त्री डॉ. राजीव सैजल ने कसौली के पूर्व विधायक चमन लाल गाचली के निधन पर शोक व्यक्त किया है। डॉ. सैजल ने कहा कि चमन लाल गाचली जीवन पर्यन्त समाज के कमज़ोर वर्गों के कल्याण के लिए समर्पित रहे तथा इस दिशा में उनके योगदान को सदैव स्मरण रखा जाएगा। उन्होंने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शान्ति तथा शोक संतप्त परिजनों को इस असहनीय दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।