नाहन (एमबीएम न्यूज): दूसरे प्रयास में भी आबकारी एवं कराधान विभाग को बहराल-हरिपुर टोल बैरियर के लिए ठेकेदार नहीं मिला। नतीजतन आरक्षित मूल्य से कम बोली मिलने पर मामला आबकारी एवं कराधान आयुक्त को भेज दिया गया है। इस यूनिट की आरक्षित कीमत 3 करोड़ 81 लाख रूपए रखी गई थी, लेकिन इसकी अधिकतम बोली 3 करोड़ 27 लाख मिली। लिहाजा यहां के स्तर पर इसे मंजूर नहीं किया जा सकता था।
पिछले तीन साल से लगातार इस बैरियर की कीमत घट रही है। 2014-15 में बैरियर की नीलामी 3 करोड़ 78 लाख रूपए में हुई थी। इसके बाद 2015-16 में विभाग को 3 करोड़ 47 लाख रूपए मिले। इसी के आधार पर आरक्षित मूल्य 3 करोड़ 81 लाख रूपए तय हुआ। 8 मार्च को भी इस बैरियर की बोली रखी गई थी, लेकिन उपयुक्त बोली न मिलने पर इसे 23 मार्च के लिए स्थगित किया गया था। बुधवार को पांवटा के महेंद्र सिंह एंड कंपनी ने 3 करोड़ 27 लाख रूपए की अधिकतम बोली दी। नीलामी प्रक्रिया डीसी सिरमौर बीसी बडालिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस अवसर पर अतिरिक्त आयुक्त आबकारी एवं कराधान, शिमला संयुक्त आयुक्त आबकारी एवं कराधान केके शर्मा एवं सहायक आयुक्त आबकारी एवं कराधान विनोद कुमार सहित विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।