नाहन, 30 जनवरी: मानव सेवा के लिए पदमश्री संत बाबा इकबाल सिंह जी ने कलगीधर ट्रस्ट (Kalgidhar Trust) में अकूत संपत्ति छोड़ी है। रविवार को ही ट्रस्ट ने बाबा इकबाल सिंह के उत्तराधिकारी (Heir) सिंह के तौर पर डाॅ. देवेंद्र सिंह को कमान सौंप दी है। ट्रस्ट में काका वीर भी एक अहम जिम्मेदारी (important responsibility) निभाते आ रहे हैं।
बता दें कि कलगीधर ट्रस्ट की अकूत संपत्ति हिमाचल के अलावा पंजाब, हरियाणा व अन्य राज्यों में भी हैं। ट्रस्ट में सचिव (Secretary) की जिम्मेदारी निभा रहे डॉ. देवेंद्र सिंह एटरनल यूनिवर्सिटी (Eternal University) के वाइस चांसलर (vice chancellor) भी हैं। पत्नी डाॅ. नीलम कौर के साथ बडू साहिब में बाबा इकबाल सिंह के सानिध्य में आ गए थे।
पेशे से डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (doctor of medicine) रहे डाॅ. देवेंद्र सिंह ने हिन्दू राव अस्पताल दिल्ली मे दो साल सेवाएं दी हैं। इसके अलावा मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में सीनियर रेजिडेंट भी रहे। नायक जय प्रकाश नारायण व गोविंद वल्लभ पंत अस्पताल में भी सेवाएं दे चुके हैं। एक वालंटियर (volunteer) के तौर पर इस संकल्प के साथ बडू साहिब आ गए थे कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में रिमोट इलाकों (remote areas) में ही सेवाएं देनी हैं। चूंकि पत्नी भी पेशे से डॉक्टर हैं, लिहाजा दंपत्ति ने करीब-करीब 35 साल पहले खुद को समाज के लिए समर्पित करने का निर्णय आसानी से ले लिया। दोनों ही तब से आज तक यहीं डटे हुए हैं।
एटरनल यूनिवर्सिटी में 10 जून 2009 से पब्लिक हैल्थ व कम्युनिटी मेडिसिन (community medicine) में प्रोफेसर के पद पर भी सेवारत हैं। कलगीधर ट्रस्ट में सचिव की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ वो उत्तर भारत में अकाल अकादमी के तहत संचालित 120 स्कूलों के निर्देशक (the director) भी हैं। एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन ऑफ इंडिया (Association of Physicians of India) के आजीवन सदस्य भी हैं। कलगीधर ट्रस्ट के नए मुखिया की पत्नी डाॅ. नीलम कौर भी करीब-करीब तीन दशक से बडू साहिब में ही सेवाएं दे रही हैं। अकाल चैरिटेबल अस्पताल (Akal Charitable Hospital) में सक्रिय हैं।
चिकित्सा के क्षेत्र से डाॅ. देवेंद्र सिंह ने बाबा इकबाल सिंह जी के संपर्क में आने के बाद शिक्षा की अलख जगाने की दिशा में टर्न लिया। बता दें कि डॉ. देवेंद्र सिंह ने सात साल पहले यूएसए (USA) के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के उस संबोधन में भी हिस्सा लिया था, जिसमें देश भर के चुनिंदा लोग ही शामिल हुए थे। ये आयोजन दिल्ली के श्री फोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ था।
ट्रस्ट के मुताबिक बाबा इकबाल सिंह ने फोर्टिज अस्पताल (Fortis Hospital) में दाखिल रहने के दौरान डाॅ. देवेंद्र सिंह को ये भी कहा था कि वो पद्मश्री के रूप में उपहार देकर जा रहे हैं। उधर, डाॅ. देवेंद्र सिंह ने रविवार को अकाल अकादमी बडू साहिब में अपने संबोधन के दौरान कहा कि वो बाबा इकबाल सिंह जी के बताए रास्ते पर ही चलेंगे। रूरल एजुकेशन (rural education) प्राथमिकता रहेगा।