शिमला/सोलन, 29 जनवरी: हिमाचल में आबकारी व कराधान विभाग की शराब माफिया के खिलाफ धुआंधार बैटिंग जारी है। हालांकि, प्रतिदिन ही बड़ी कार्रवाई से जुड़ी जानकारी सामने आ रही है, लेकिन शनिवार को विभाग ने सोलन जनपद के रामशहर-लौहार घाटी के बीच एक लावारिस भवन का पर्दाफाश किया।
विभाग की टीम को इस भवन से वीआरवी फूडस लिमिटेड के संतरा ब्रांड के लेबल, खाली बोतलें, खाली डिब्बे, ढक्कन, टेप रोल व पैकिंग मशीन, होलोग्राम व प्लास्टिक ड्रम इत्यादि मिले हैं। हालांकि विभाग की टीम को मौके से स्पिरिट की खेप बरामद नहीं हुई है, लिहाजा ये माना जा रहा है कि राज्य में शराब के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस व एक्साइज विभाग की ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद इस जगह से स्पिरिट व उत्पादित देसी शराब की खेप को गायब किया गया होगा।
विभाग को इस भवन के बारे में गोपनीय सूचना मिली थी। इसके बाद शुक्रवार को राज्य कर एवं आबकारी उपायुक्त हिमांशु पंवर के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। चूंकि विभाग को भवन की सही लोकेशन नहीं पता थी, लिहाजाा बिलासपुर की तरफ से भी टीम रवाना की गई थी। छापेमारी के बाद विभाग को यह पता चला कि रामशहर-लौहारघाट के बीच बलैचड़ी नामक जगह पर अवैध देसी शराब का उत्पादन हो रहा था। इसके लिए पूरा जुगाड़ किया गया था। एक्साइज विभाग की टीम ने स्थानीय प्रधान व पुलिस के अलावा गवाहों की मौजूदगी में इमारत में सर्च ऑपरेशन चलाया।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में एक्साइज कमीश्नर युनस ने बताया कि आबकारी अधिनियम 2000 की धारा-39, 47 व 56 के उल्लंघन की शिकायत बीबीएन के रामशहर पुलिस थाना में करवाई गई है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि आने वाले दिनों में भी विभाग की कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने माना कि बरामद सामग्री के आधार पर इस बात का अंदेशा है कि इस इमारत में अवैध तरीके से देसी शराब का उत्पादन किया जा रहा था।
बता दें कि इस इमारत में बिजली का कनेक्शन भी लगा हुआ था। लिहाजा साफ तौर पर जाहिर हो रहा है कि संगठित तरीके से इस इमारत में अवैध शराब का कारोबार किया जा रहा था।