शिमला, 23 जनवरी : हिमाचल प्रदेश में शनिवार रात से शुरू हुई बारिश-बर्फबारी का सिलसिला रविवार को भी जारी है। राज्य के पर्वतीय इलाकों में जहां भारी बर्फबारी हो रही है, वहीं निचले व मैदानी इलाकों में व्यापक बारिश हुई। शिमला, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, चम्बा और किन्नौर जिलों में भारी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस हिमपात से सैंकड़ों सड़कों के बाधित होने से परिवहन व्यवस्था चरमरा गई है। बड़ी संख्या में ट्रांसफार्मरों के बंद होने से लोगों को कड़ाके की ठंड में बिजली किल्लत से जूझना पड़ रहा है। राज्य के बर्फबारी वाले पर्वतीय जिलों के कई इलाकों में ब्लैक आउट है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को प्रदेश भर में 4 नेशनल हाइवे और 629 सडकें अवरुद्ध रहीं। शिमला में सबसे ज्यादा 272 सड़कें बंद हैं। लाहौल स्पीति में 178, किन्नौर में 59, मंडी में 51, कुल्लू में 28, सिरमौर में 16, चम्बा में 15 और सोलन में 5 सड़कें बंद हैं। कुल्लू और लाहौल स्पीति में 2-2 एनएच बाधित हुए हैं। बर्फबारी के कारण 2096 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हुए हैं। शिमला में सबसे ज्यादा 1209, सिरमौर में 424, सोलन में 248, मंडी में 98, किन्नौर में 48, कुल्लू में 44, और चम्बा में 25 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। इसके अलावा चंबा में 24 और लाहौल स्पीति में 16 पेयजल स्कीमें भी ठप हैं।
शिमला शहर में आधा फुट तो कुफरी में अढ़ाई फुट दर्ज की गई है। अटल टनल में एक फुट ताज़ा बर्फबारी हुई है। शिमला शहर की जाखू पहाड़ी बर्फ से लकदक है। शहर के रिज मैदान, माल रोड सहित उपनगर संजोली और ढली में बर्फ की मोटी परत जम गई है। इस बर्फबारी से जहां शहर की अंदरूनी सड़कों पर यातायात ठप पड़ गया है, वहीं अप्पर शिमला का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है। कुफरी, फागु, नारकंडा, खिड़की और खड़ापत्थर में भारी बर्फ गिरने की वजह से अप्पर शिमला के ठियोग, रामपुर, रोहड़ू और चौपाल को जाने वाली सड़कें पूर्ण रूप से बाधित हैं।
मौसम का मिजाज बदलने से समूचा हिमाचल कड़ाके की ठंड की चपेट में है। केलांग, कुफरी, कल्पा, डलहौजी, शिमला और मनाली का न्यूनतम पारा क्रमशः -6.6, -2.8, -2.4, -1.5, -0.3 और 0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में भारी बर्फबारी और मैदानों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।