शिमला, 17 जनवरी : हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों ने यहां की लाईफलाइन एचआरटीसी की कमाई पर एक बार फिर से ग्रहण लगाना शुरू कर दिया है। प्रदेश में कोरोना के मामले बढने और पाबंदियों के बाद धीरे-धीरे बसों में ऑक्यूपैंसी कम होने लगी है। जानकारी के अनुसार एचआरटीसी को अब प्रति दिन कमाई में 50 से 60 लाख का घाटा हो रहा है।
बीते महीनों में कोरोना के मामले सामान्य होने के बाद और कोरोना की पहली व दूसरी लहर के बाद एचआरटीसी का घाटा उभरने लगा। प्रतिदिन 1.50 से 1.70 करोड़ रुपए तक की कमाई निगम को हो रही थी। लेकिन अब यह कमाई कम होने लगी है। करीब प्रतिदिन 1 करोड़ व इससे कुछ अधिक ही कमाई हो पा रही है, जिससे एचआरटीसी को घाटा हो रहा है।
वहीं आगामी दिनों में यदि कोरोना के मामले बढ़ते हैं और सरकार द्वारा पांबदियों को और सख्त किया जाता है तो यह घाटा और भी बढ़ सकता है। बता दें कि एचआरटीसी को कोरोना काल में सबसे ज्यादा घाटा हुआ है। पूरे कोरोना काल में एचआरटीसी को 840 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।