शिमला, 16 जनवरी : कांगड़ा जिले के गगल और इंदौरा क्षेत्र में निजी शिक्षण संस्थानों में निरीक्षण के बहाने लाखों की रकम वसूलने वाले राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) के 3 अधिकारियों को 18 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। रविवार को विजिलेंस (vigilance) ने तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से इन्हें तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला है।
रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ में कई राज बेपर्दा हो सकते हैं। रिमांड में खुलासा होगा कि आरोपियों ने किस-किस शिक्षण संस्थान से कितने-कितने रुपये ऐंठे हैं।विजिलेंस रिश्वतखोरी व वसूली के खेल में और अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच करेगी। तीन आरोपियों में दो पुरुष शिक्षक और एक महिला शिक्षिका है। जबकि महिला के साथ मौजूद टीम के दूसरे शिक्षक को क्लीन चिट मिली है। रिश्वत के मामले में उसकी संलिप्तता सामने नहीं आई है।
गौरतलब है कि कांगड़ा जिले के गगल और इंदौरा क्षेत्र में शनिवार को विजिलेंस ने पांच निजी शिक्षण संस्थानों में निरीक्षण के लिए पहुंचे राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के चार अधिकारियों को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। गगल के एक होटल में रेड कर विजिलेंस ने 11 लाख, 48 हजार व इंदौरा में दो लाख रुपये बरामद किए हैं।
दरअसल गगल क्षेत्र में अधिकारियों ने शुक्रवार को ही चार शिक्षण संस्थानों का निरीक्षण कर लिया था। शनिवार को दिन में 11.30 बजे अधिकारियों ने गगल स्थित कांगड़ा हवाई अड्डे से दिल्ली जाना था, लेकिन इससे पहले विजिलेंस टीम ने होटल में पहुंच कार्रवाई की। आरोपित अधिकारियों ने शुक्रवार को गगल क्षेत्र में एक निजी होटल में दो कमरे बुक करवाए थे।
गगल में ठहरे अधिकारियों में दो शिक्षक पुरुष थे। जबकि इंदौरा में एक महिला शिक्षक को 2 लाख रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया गया था। शक की बिनाह पर विजिलेंस ने महिला के साथ मौजूद एक शिक्षक को भी हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उसे क्लीन चिट दे दी।
दरअसल विजिलेंस को सूचना मिली थी कि ये अधिकारी निरीक्षण के नाम पर शिक्षण संस्थान प्रबंधन से पैसे ऐंठ रहे हैं। इस पर विजिलेंस की आठ सदस्यीय टीम शनिवार सुबह ही होटल के कमरे में पहुंच गई और तलाशी के दौरान आरोपियों के कब्ज़े से लाखों की रकम बरामद हुई। तीनों आरोपी बाहरी राज्यों के मूल निवासी हैं।