नाहन (शैलेंद्र कालरा): मेडीकल कॉलेज में 2016 के सत्र से एमबीबीएस की कक्षाएं शुरू होने की उम्मीद बढ़ती जा रही है। धरातल पर इसकी तैयारी रफ्तार पकड़ रही है। एमबीबीएस के छात्रों का पढ़ाने व ओपीडी में मरीजों के उपचार के लिए 11 असीस्टैंट प्रोफसर्स ने डयूटी ज्वाइन कर ली है। इसके अलावा दो प्रोफैसर्स ने भी पदभार ग्रहण कर लिया है। सरकार ने प्रिंसीपल के अलावा 18 असीस्टैंट प्रोफैसर व प्रोफैसर स्तर के मेडीकल अधिकारियों को नाहन मेडीकल कॉलेज में पोस्टिंग दी थी। साथ-साथ पूर्व डीएमई डॉ. जयश्री शर्मा भी बतौर प्रिंसीपल अपनी डयूटी शिमला में ज्वाइन कर चुकी है।
उम्मीद जताई जा रही है कि मेडीकल कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ. जयश्री शर्मा जल्द ही नाहन पहुंच कर आगे की रूपरेखा तैयार करने का कार्य शुरू कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक कुल 14 ज्वाइनिंग में से चार डॉक्टर छुट्टी पर चले गए हैं। जबकि 10 अपनी सेवाएं नाहन अस्पताल में दे रहे हैं। राज्य सरकार ने 25 फरवरी को नाहन मेडीकल कॉलेज में असीस्टैंट प्रोफैसर्स की नियुक्तियां आईजीएमसी व टांडा मेडीकल कॉलेज से की थी। आशंका जाहिर की जा रही थी कि अधिकतर डॉक्टर डयूटी ज्वाइन नहीं करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अधिकतर ने अपनी नई डयूटी के प्रति संजीदगी दिखाई है।
सरकार ने तमाम डॉक्टर्स को एक सप्ताह के भीतर डयूटी ज्वाइन करने को कहा था। दीगर बात यह भी है कि मेडीकल कॉलेज की प्रधानाचार्य भी अनुभवी हैं। उन्हें मेडीकल एजुकेशन व रिसर्च पद का एक लंबा अनुभव है। जल्द ही मेडीकल काऊंसिल ऑफ इंडिया से इस कॉलेज की मान्यता को लेकर औपचारिकताएं पूरी करने की कार्रवाई शुरू होने की उम्मीद है। सूत्रों का यह भी कहना है कि राज्य सरकार ने विभाग से इस बारे रिपोर्ट मांगी थी कि कितने विशेषज्ञ चिकित्सकों ने डयूटी ज्वाइन की है। बताया गया कि बुधवार को ही इस बारे सरकार को रिपोर्ट भेज दी गई है।
उधर पूछे जाने पर एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि 18 में से 14 ने ज्वाइनिंग दी है, इसमें कॉलेज की प्रिंसीपल भी शामिल हैं।