शिमला, 15 दिसम्बर : राजधानी शिमला के लक्कड़ बाजार स्थित एशिया के पहले प्राकृतिक ओपन आइस स्केटिंग रिंक में आइस स्केटिंग का इंतजार खत्म हो गया है। वीरवार से यहां आइस स्केटिंग शुरू हो जाएगी। आयोजकों ने इसकी हरी झंडी दे दी है। इस सिलसिले में बुधवार की सुबह स्केटिंग का ट्रायल हुआ, जो सफल रहा। अब आयोजकों में वीरवार से सुबह के सत्र आयोजित करने का फैसला लिया है।
शाम के सत्र फिलहाल नहीं होंगे। शिमला में पिछले दो-तीन दिन से तापमान शून्य के करीब दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में आइस स्केटिंग रिंक पर बर्फ जमना शुरू हो गई है।
आयोजकों का कहना है कि हालांकि स्केटिंग अभी भी मौसम पर भी निर्भर करेगी। यदि आसमान साफ रहता है और तापमान जमाव बिंदु के नजदीक रहता है तो ही स्केटिंग हो पाएगी। वहीं आसमान में बादल छाने या मौसम के खराब होने के कारण स्केटिंग नहीं हो पाएगी।
स्केटिंग के लिए इस बार लोगों को जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। आइस स्केटिंग प्रबंधन ने एंट्री फीस में दो सौ रुपए की बढ़ौतरी की है।
आइस स्केटिंग रिंक के पदाधिकारी मनप्रीत सिंह ने कहा कि काफी दिनों से ट्रायल को करने का प्रयास किया जा रहा था, लेकिन मौसम साथ नहीं दे रहा था। बुधवार को सुबह मौसम में पूरा साथ दिया और इसमें ट्रायल कर लिया गया।
बता दें कि इस रिंक को 1920 में अंग्रेजों ने बनाया था और तब से लेकर हर साल यहां पर सर्दियों में प्राकृतिक रूप से बर्फ जमा कर स्केटिंग करवाई जाती हैै। रिंक में स्केटिंग करने को लेकर खास कर बच्चों को साल भर से इंतजार रहता है।
आइस स्केटिंग रिंक में जिमखाना और कार्निवाल नाम से दो राष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंट करवाए जाते रहे हैं, लेकिन पिछले कई सालों से मौसम साफ न होने के कारण यह टूर्नामेंट नहीं हो पा रहे हैं। अब उम्मीद है कि इस बार यदि मौसम पूरी तरह से साथ देता है तो जनवरी महीने के पहले पखवाड़े में यह दोनों टूर्नामेंट भी हो सकते हैं।