शिमला, 08 दिसंबर : सीटू के बैनर तले मिड-डे मील वर्कर्स वेतन की बहाली की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय पहुंची। मिड-डे मील वर्कर्स का कहना है उन्हें पिछले 4 महीने से कोई वेतन नहीं मिला।पहले ही नाम मात्र 2600 रूपए पिछले 10 सालों से दिए जा रहे हैं। सरकार इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं करती, महंगाई लगातार आसमान छू रही है जिससे गुजर बसर नहीं हो पाता है।
मिड डे मील वर्कर्स की सचिव हिमी देवी ने कहा कि सरकार 84 रूपए दिहाड़ी ना देकर 300 रूपए प्रतिदिन दिहाड़ी दी जाए और महीने का 9000 वेतन दिया जाए अन्यथा इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इसका खामियाज़ा सरकार को भुगतना होगा।
मल्टी टास्क वर्कर्स के जो पद निकाले गए है, उसमें मिड-डे मील वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाए। मिड डे मील वर्कर्स को कोई अवकाश नहीं दिया जाता न ही मेडिकल न कोई और सुविधा जो कि सरासर अन्याय है।