शिमला, 3 दिसंबर : पुलिस महकमे के हरेक कर्मचारी व अधिकारी के हाथ कंडक्ट रूल के नियमों से बंधे होते हैं। वो, खुलकर सार्वजनिक तरीके से अपनी बात को लेकर आंदोलन का रास्ता नहीं अपना सकते, लेकिन सूबे में जेसीसी की बैठक के बाद से पुलिस विभाग में 2015 के बाद से भर्ती आरक्षियों में पे बैंड को लेकर असंतोष बढ़ता जा रहा है।
बेशक, वो खुलकर अपनी बात नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया में जेसीसी के बाद से ही मोर्चा खुला हुआ है। एक जानकारी के मुताबिक पुलिस महानिदेशक की चेतावनी के बाद आरक्षियों ने अपरोक्ष तौर पर ब्लैक आंदोलन शुरू कर दिया है। इसमें सोशल मीडिया खासकर फेसबुक पर प्रोफाइल व कवर फोटो की जगह ब्लैक रंग भर दिया गया है।
इससे सरकार की भी किरकिरी होती नजर आ रही है। संभवतः इसी के मद्देनजर हिमाचल के पुलिस महानिदेशक को आज एक एडवाइजरी भी जारी करनी पड़ी है। इसमें तमाम यूनिट हैड को कांस्टेबल रैंक के कर्मियों की सीधी कमांड लेने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही आरक्षियों को सलाह दी गई है कि अपनी मांग के सिलसिले में वो सरकार को पुलिस मुख्यालय के माध्यम से ज्ञापन दे सकते हैं। साथ ही ये भी सलाह दी गई है कि वो सोशल मीडिया में कमेंट करने से दूरी बनाएं।
पुलिस महानिदेशक ने आरक्षियों को तुरंत ही मैस का खाना शुरू करने की भी सलाह दी है। उधर, एक जानकारी यह भी मिली है कि पुलिस कर्मियों द्वारा सरकार को अपनी मांग के समर्थन में ई-मेल करने का भी सिलसिला शुरू किया गया है। पुलिस महानिदेशक की इस एडवाइजरी का असर पड़ता है या नहीं, ये तो बाद में ही साफ होगा, लेकिन अंदरखाते ये जरूर पता चल रहा है कि पुलिस कर्मियों द्वारा मैस में खाना नहीं खाया जाएगा, लेकिन डयूटी से इंकार नहीं किया जाएगा। उधर, एक अन्य जानकारी के मुताबिक पुलिस कर्मियों ने अपने सोशल मीडिया के अकाउंट की फोटो को ब्लैक कलर में बदल दिया है।